लाड़ली बहना योजना ने बहनों को इज्जत और आत्म-बल प्रदान किया: CM शिवराज

– मुख्यमंत्री ने की आष्टा में अटल जी की प्रतिमा लगाने और तीन नए सीएम राइज स्कूल खोलने की घोषणा

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि लाड़ली बहना योजना (Ladli Behna Scheme) के रूप में मैंने एक हजार रुपये ही नहीं, सही मायनों में बहनों को इज्जत, सम्मान तथा आत्मबल (respect and self-confidence) प्रदान किया है। वचन देता हूँ कि कभी भी बहनों का सिर नहीं झुकने दूंगा। लाड़ली बहना योजना जिंदगी बदलने की योजना है और मैं 250 रुपये के मान से बढ़ाकर योजना की 1000 रुपये की राशि को 3000 रुपये तक ले जाऊंगा। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी जरूरतों की पूर्ति के लिए मजबूर रहने वाली बहनें अब मजबूत हुई हैं।

मुख्यमंत्री शनिवार को आष्टा में लाड़ली बहना सम्मेलन में भाई-बहनों, युवाओं और किसानों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने आष्टा के विकास के लिए अनेक विकास और निर्माण कार्यों के साथ आष्टा में पूर्व प्रधानमंत्री भारत-रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगाने और तीन नये सीएम राइज स्कूल खोलने की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री ने बहनों से कहा कि उन्हें गरीब नहीं रहना है। मेरी कोशिश है कि स्व-सहायता समूह को आंदोलन बनाकर बहनों की आमदनी 10 हजार रुपये करना। प्रदेश के ऐसे सभी टोल नाके, जिनकी वार्षिक आमदनी 2 करोड़ है, उनका संचालन बहनों को सौंपा जाएगा।

उन्होंने आष्टा नगर पालिका में पांच और अन्य नगर परिषदों में एक-एक करोड़ रुपये के निर्माण कार्य करवाए जाने, नर्मदा-पार्वती और काली सिंध लिंक सिंचाई योजना में छूटे गाँव को भी जोड़े जाने और योजना के शेष कार्य पूरे करवाने की घोषणा की। उन्होंने तीन सीएम राइज स्कूल के निर्माण और कन्या छात्रावास और आश्रम के विस्तार की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने उन्हें भेंट किए गए चांदी के दो मुकुट आयोजकों को सौंप कर उनकी बिछिया बनवा कर कन्या विवाह योजना में बेटियों को भेंट करने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नहीं सेवक हैं, उनका जन्म किसान परिवार में हुआ है, जितनी भी उनकी जिंदगी है, उसे वे जनता की जिंदगी बदलने में लगाएंगे। उनका मकसद किसान, बहन बेटियों, भाईयो तथा नौजवानों की जिंदगी बदलकर मध्यप्रदेश को बेहतर बनाना है।

मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकार द्वारा किसानों की कर्जमाफी नहीं करने सहित कई योजनाओ को बंद करने का हवाला दिया और कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण को ही अपना लक्ष्य बनाया है। गरीबों को मुफ्त में राशन, इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, हर घर नल से जल, जैसी अनेक योजनाओं से आमजन की जिंदगी बदली है।

उन्होंने कहा कि उन्हें हर वर्ग की चिंता है, युवाओं के लिए प्रारंभ की गई मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना रोजगार की दिशा में अभूतपूर्व कदम है। एक लाख सरकारी नौकरियों के लिए भर्ती जारी है, अब तक 55 हजार नौकरी दी जा चुकी हैं। उन्होंने उद्यम क्रांति योजना को भी युवाओं की जिंदगी बदलने वाली योजना बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बहन-बेटियों की सुरक्षा के मद्देजनर शराब दुकानों के अहाते बंद किए हैं। बारहवीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले बेटे-बेटियों को जल्दी ही लैपटाप के लिए 25 हजार की राशि दी जायेगी। स्कूल में टॉप करने वाले प्रत्येक बालक और बालिका को स्कूटी देंगे। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चे, जो उच्च शिक्षा के लिए कॉलेजों में पढ़ेंगे, उनकी फीस सरकार जमा करेगी।

उन्होंने कहा कि बेटियों और बहनों को मजबूर से मजबूत बनाने के लिए उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी, कन्या विवाह, प्रतिभा किरण जैसी योजनाओं के साथ स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत पद देकर विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की है। पुलिस सहित अन्य सेवाओं में महिलाओं के लिए नौकरी सुरक्षित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही जान चली जाए, वे बहनों का विश्वास नहीं टूटने देंगे।

मुख्यमंत्री चौहान का सभा स्थल पर बहनों ने आत्मीय स्वागत कर उन्हें साफा और 51 फीट की राखी बाँधी। मुख्यमंत्री ने बहनों के पाँव पखार कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने लाड़ली बहना सेना बुकलेट के विमोचन के साथ हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किया।

मुख्यमंत्री ने आष्टा में किया रोड शो, पुष्पवर्षा से हुआ आत्मीय स्वागत
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को आष्टा में लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुए। इससे पहले उन्होंने नगर में शोड शो किया। मुख्यमंत्री के रोड शो के दौरान नगरवासियों ने पुष्पवर्षा तथा फूल माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री रोड-शो के दौरान बस स्टेण्ड रोड से परदेसी पुरा, बुधवारा, गंज चौराहा, कॉलोनी चौराहा से कन्नौद रोड होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। रोड-शो के लिए रास्ते और घरों को फ़ूलों, स्वागत द्वारों और रंग-बिरंगे गुब्बारों से सजाया गया।

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