कार्यकर्ताओं की अनदेखी के कारण कांग्रेस छोड़ी

नागदा। कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के साथ ही सत्तापक्ष से मिलीभगत कर आम लोगों को सरेआम ठगा जा रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष भी जब अभी स्थानीय मामले रखे गए तो उनका कहना था कि शहर में जो विधायक चाहेगे वही होगा। वन मैन शो में कब तक कठपुतली बने रहे इसलिए जनता के अधिकारों की लड़ाई लडऩे तीसरे विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। उक्त कथन कांग्रेस से त्यागपत्र देकर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए कांग्रेस के पूर्व जिला कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी ने शुक्रवार को मीडिया के समक्ष रखी। स्वामी ने कहा कि शहर सहित पूरे विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस विपक्ष की भूमिका निभाने में, जनता की समस्या दूर करने में ओर श्रमिकों की अधिकारों की लड़ाई लडऩे में पूरी तरह असफल हो रही है। सत्तापक्ष के साथ सुर मिलाकर सारे काम बिना विरोध के केवल वन मैन आर्मी विधायक की वजह से हो रहे है। हम न तो जनता के लिए लड़ पा रहे न मजदूरों को उनका अधिकार दिलवा पा रहे थे। ऐसे ही लगातार हो रही उपेक्षा ओर अधिकारों के हनन से त्रस्त होकर करीब 35 कांग्रेस पदाधिकारियों ने आम आदमी पार्टी का दामन थामकर जनता के लिए तीसरे विकल्प का माध्यम प्रस्तुत किया है। इस अवसर पर ओमप्रकाश मोर्य, पूर्व पार्षद योगेश मीणा, अंतरसिंह दरबार, अय्यूब मेव सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।


लेआफ, लॉक डाउन का जनता झेल रही दंश
स्वामी एवं मौर्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि शहर के उद्योगो में बड़ी संख्या में मजदूर कार्य करते हैं। लॉकडाउन के बाद उद्योग में लेआफ ने श्रमिकों की कमर ही तोड़ दी। न तो सत्ता पक्ष के नेता विरोध कर पाए ना ही विपक्षी। आश्चर्य की बात तो ये भी है कि उद्योग में लेआफ लगने की जानकारी सितंबर माह में ही सामने आ गयी थी। उसके बाद भी विधायक विधानसभा में ध्यानाकर्षण के तहत प्रश्न लगाकर सरकार का ध्यान आकर्षित कर रहे है? जबकि यदि वास्तव में उन्हें जनता की लड़ाई उद्योग के विरुद्ध लडऩा ही था तो तारांकित प्रश्न क्यों नहीं लगाया ताकि श्रमिकों को न्याय मिल सके।

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