कई पढ़े-लिखे वीडियो लोड कर रुपए कमाने के चक्कर में ठगाए, दो धराए

इंदौर। पलासिया पुलिस (Palasia Police) ने एक चिटफंड कंपनी के कर्ताधर्ताओं को गिरफ्तार किया। ठगोरों ने वीडियो अपलोड (video upload) की एप्लीकेशन लोड करने का झांसा देकर कई पढ़े-लिखे लोगों के साथ करोड़ों की जालसाजी की। पलासिया पुलिस ने बताया कि दीपेश पिता मुरलीलाल तिवारी निवासी खजराना सहित कई लोगों की शिकायत पर 7 मिलियन नेटवर्क कंपनी के सुशील भाटिया निवासी आलोक नगर कनाडिय़ा और मैनेजर राहुल उर्फ रामप्रकाश पिता शिवराम गुप्ता सहित कई लोगों के खिलाफ जालसाजी का केस दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि भाटिया और गुप्ता शातिर ठग हैं। ये लोगों को माइक्रो फाइनेंस (micro finance) में पैसा लगाने का प्रलोभन देते थे। इन लोगों ने एक कंपनी बनाकर धोखाधड़ी की शुरुआत की और टिक-टॉक जैसी ही डिंग डांग वीडियो अपलोड की एप्लीकेशन विकसित की। इसमें पैड प्लान लेकर कस्टमर द्वारा वीडियो अपलोड करने पर कस्टमर को कंपनी की ओर से रुपए मिलते थे। बाद में इन लोगों ने ग्राहकों को झांसे में लिया और कहा कि कंपनी को प्रमोशन के लिए रुपयों की जरूरत है। जो कंपनी में रुपए जमा करेगा उसे कंपनी 10 माह तक 15 प्रतिशत रिटर्न देंगी।

इस प्रकार मूलधन के अलावा 15 प्रतिशत ब्याज रिटर्न दिए जाने का प्रलोभन भी देते थे। इन लोगों के प्रलोभन में आकर कई लोगों ने रुपया जमा किया। बाद में इन ठगोरों ने डिंग डांग एप्लीकेशन बंद कर दी। उसकी जगह पेयजीन और पेयजोआउट के नाम से नई सहायक एप्लीकेशन बनाई। पेयजीन में ग्राहकों को कंपनी में इन्वेस्टमेंट के नाम पर जमा किए गए रुपयों पर 10 से 15 प्रतिशत रिटर्न देने का लालच दिया जाता था, जबकि पेयजोआउट में 20 से 35 प्रतिशत माइक्रो लोन देने का प्रलोभन देते थे।

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