ईवी चार्जिंग नेटवर्क बढ़ाने के लिए साथ आए महिंद्रा और अदाणी

– ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर एक्सेस को मजबूत बनाने के लिए समझौते पर किए हस्ताक्षर

नई दिल्ली (New Delhi)। भारत (India) में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) (Electric Vehicles (EV) को अपनाने में तेजी लाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम में, भारत (India) की अग्रणी एसयूवी निर्माता (Leading SUV manufacturer) महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) ने गुरुवार को अदाणी टोटल एनर्जी (Adani Total Energy) के साथ एक समझौता (एमओयू) किया।

महिंद्रा और एटीईएल के बीच साइन हुआ एमओयू देशभर में ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए एक रोडमैप तैयार करेगा। इसके अलावा, साझेदारी, उपलब्धता, नेविगेशन और लेनदेन को कवर करने वाले ग्राहकों के लिए चार्जिंग नेटवर्क तक बिना रुकावट पहुंच प्रदान करने के लिए ई-मोबिलिटी एक समाधान पेश करेगा। इस सहयोग के साथ, XUV400 ग्राहकों को अब ब्लूसेंस ऐप पर 1100 से अधिक चार्जर तक पहुंच प्राप्त होगी जिससे महिंद्रा ईवी मालिकों के लिए चार्जिंग की सुविधा और पहुंच में काफी वृद्धि होगी।

ऑटोमोटिव डिवीजन, एम एंड एम लिमिटेड के अध्यक्ष, विजय नाकरा ने कहा, “हम अदाणी टोटल एनर्जी के साथ पार्टनरशिप करके रोमांचित हैं। इस समझौते से ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने में मदद मिलेगी और ये सुनिश्चित करता है कि हमारे ग्राहकों को चार्जिंग नेटवर्क और डिजिटल इंटीग्रेशन तक बिना रुकावट पहुंच का आनंद मिले। पार्टनरशिप नेटवर्क के साथ ग्राहक अनुभव को बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप, हम ईवी इकोसिस्टम को मजबूत बनाने के लिए सक्रिय रूप से कई भागीदारों को शामिल कर रहे हैं जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाया जा सके।”
अदाणी टोटल गैस लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक और सीईओ सुरेश पी मंगलानी ने कहा, “ईवी क्षेत्र में अदाणी टोटल गैस लिमिटेड का विस्तार करने की दिशा में यह एक और कदम है। चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एमएंडएम के साथ सहयोग से आत्मविश्वास बढ़ेगा।” ऊर्जा परिवर्तन के हिस्से के रूप में ग्राहक ईवी टेक्नोलॉजी को अपनाएंगे। साथ में कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करेंगे, और भारत को अपने जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेंगे।”

सीओपी 26 प्रतिबद्धताओं के अनुरूप, महिंद्रा और एटीईएल के बीच यह पार्टनरशिप परिवहन को डीकार्बोनाइज करने और इलेक्ट्रिक और टिकाऊ भविष्य की ओर बढ़ने के लिए आवश्यक सहयोगात्मक प्रयासों का एक प्रमाण है।

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