भाजपा विधायकों को नहीं लड़ाएगी महापौर का चुनाव

संघ की पसंद के हो सकते हैं इंदौर-भोपाल में प्रत्याशी

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस (Congress) ने रतलाम को छोड़कर अन्य सभी 15 महापौर (Mayor) प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। इनमें तीन विधायक, एक विधयाक (MLA) की पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा है। इधर सत्तारूढ़ भाजपा अभी तक दावेदारों में ही उलझी है। भाजपा ने महापौर चुनाव के लिए प्रभारियों की घोषणा की है। संभवत: अगले हफ्ते प्रत्याशियों के नामों का ऐलान हो सकता है। इनमें किसी भी विधायक को महापौर का चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। हालांकि भोपाल नगर निगम से विधायक कृष्णा गौर का नाम दावेदारों में शामिल है, लेकिन खुद कृष्णा इससे पीछे हट चुकी हैं।

मप्र भाजपा ने गुरुवार देर रात महापौर चुनाव के प्रभारियों की सूची जारी की। इसमें विधायक कृष्णा गौर का नाम भी शामिल है। इससे साफ है कि कृष्णा गौर अब चुनाव नहीं लड़ेंगी। माना जा रहा है कि आज-कल में महापौर उम्मीदवारों की घोषणा हो सकती है।  भाजपा के दिग्गज अपने समर्थकों के लिए जोर लगा रहे हैं। इसलिए नाम चयन में देरी हो रही है। इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय  विधायक रमेश मेंदोला के नाम पर अड़े थे तो सुमित्रा महाजन सुदर्शन के नाम पर। ऐसा ही हाल भोपाल में है। कृष्णा गौर के चयन समिति में आने के बाद नए चेहरे की मारामारी है। शिवराज और वीडी शर्मा अपने-अपने समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते हैं। ऐसे में यहां भी संघ की पसंद से चौंकाने वाला नाम आ सकता है।

सिंधिया के सामने चुनौती

सिंधिया के सामने चुनौती यह है कि  ग्वालियर नगर निगम से लेकर संभागभर की ज्यादातर नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के हर वार्ड में भाजपा के ताकतवर दावेदार हैं, क्योंकि पार्टी 55 साल से नगर निगम में काबिज है। अब सिंधिया के सामने भाजपा में साथ आए समर्थकों को टिकट दिलाने की चुनौती है। सूत्रों की मानें तो 66 सीटों में से सिंधिया के करीब 12 से 15 समर्थक ही टिकट पा सकेंगे।

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