मेरे कुछ शब्द शायद मोदी जी को पसंद नहीं आए…टिकट कटने के बाद प्रज्ञा ठाकुर का बड़ा बयान

नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी. पार्टी ने 34 सिटिंग सांसदों का टिकट काटा (Tickets of 34 sitting MPs canceled) है, जिसमें मध्य प्रदेश के भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Bhopal MP Pragya Singh Thakur) भी शामिल हैं. वह अपने विवादित बयानों के लिए जानी जाती है. पूछे जाने पर कि उनका टिकट क्यों कटा? उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि मैंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर लिया जो मोदी जी को पसंद नहीं आए.’

बीजेपी ने शनिवार को 195 उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी की थी. भोपाल सीट से इस बार आलोक शर्मा को टिकट दिया गया है. पार्टी ने मध्य प्रदेश की 29 सीटों में 24 पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. राज्य के दो सिटिंग सांसदों भोपाल से प्रज्ञा ठाकुर और गुना से केपी शर्मा का टिकट कटा है, जिनकी जगह ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव लड़ेंगे. प्रज्ञा ठाकुर से यह पूछे जाने पर कि आखिर पार्टी ने उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव के लिए टिकट क्यों नहीं दिया? उन्होंने कहा, ‘यह संगठन का निर्णय है, इसमें यह नहीं सोचना चाहिए कि क्यों टिकट कटा, कैसे कटा. मैंने पहले भी टिकट नहीं मांगा था और अब भी नहीं मांगा है.’

प्रज्ञा ठाकुर पर प्रधानमंत्री मोदी नाराज हो गए थे. उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड्से को ‘सच्चा देशभक्त’ बताया था, जिसपर मोदी ने कहा था कि वह उन्हें माफ नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा था कि गोड्से वाले बयान के लिए उन्होंने माफी तो मांग ली है लेकिन “महात्मा गांधी का अपमान करने के लिए मैं प्रज्ञा ठाकुर को कभी माफ नहीं कर पाउंगा.”

बीजेपी की मौजूदा सांसद ने कहा, “हो सकता है मैंने जो कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर लिया जो मोदी जी को पसंद नहीं आए और उन्होंने कहा था कि मुझे माफ नहीं करेंगे लेकिन मैंने उसके लिए पहले ही माफी मांग ली थी. मेरा सत्य बोलना विरोधियों और कांग्रेस के लोगों को खटकता है और मेरी आड़ लेकर वो मोदी जी पर प्रहार करते हैं.”

प्रज्ञा ठाकुर ने अपने गोड्से वाले बयान को सही बताया और कहा कि उन्होंने जो भी कहा, “सत्य कहा लेकिन मिडिया ने उसे विवादित बयान कहकर मुद्दे को हवा दी.’ टिकट नहीं मिलने पर उनके पार्टी छोड़ने के संभावित विचारों के बारे पूछे जाने पर प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, ‘मेरा पार्टी छोड़ने का कोई विचार नहीं है. संगठन जो जिम्मेदारी मुझे देगा मैं उसे निभाऊंगी और जहां मेरी जरूरत होगी मैं वहां उपलब्ध रहूंगी.’

मालेगांव ब्लास्ट में आरोपी रहीं प्रज्ञा सिंह ठाकुर को बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भोपाल से उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने अपने प्रचार के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे गोड्से को “देशभक्त” करार दिया था लेकिन विवादों के बाद अपने बयान के लिए उन्होंने माफी मांग ली थी और यह भी कहा था कि वह “गांधी का सम्मान करती हैं और उनके काम को कभी भुलाया नहीं जा सकता.”

पार्टी नेता के विवादित बयान से बीजेपी की खूब किरिकिरी हुई थी. कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने पीएम नरेंद्र मोदी की खामोशी पर सवाल उठाए थे और उनसे चुप्पी तोड़ने की अपील की थी. गृह मंत्री अमित शाह भी उनके बयान से नाराज हो गए थे और उनसे जवाब तलब किया था. हालांकि, बीजेपी ने उनकी उम्मीदवारी रद्द नहीं की थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को 3.64 लाख वोटों के बड़े अंतर से हराया था.

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