जमीन पर बैठकर मोदी खाएंगे कोदो भात-कुटकी खीर

  • शहडोल में पीएम लखपति दीदी, फुटबाल प्लेयर्स और जनजातीय समाज के मुखिया से करेंगे संवाद

भोपाल। प्रदेश में विधानसभा चुनाव में चार से पांच माह का समय बचा है। इसके साथ ही प्रदेश में भाजपा के दिग्गज नेताओं के दौरे तेज हो गए हैं। गुरुवार को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बालाघाट से वीरांगना रानी दुर्गावती के चरणों में श्रद्धा-सुमन अर्पित करने के बाद गौरव यात्रा का शुभारंभ किया। इसके बाद 27 जून को पीएम नरेंद्र मोदी भोपाल व शहडोल का दौरा करेंगे। शहडोल में पीएम लखपति दीदी, फुटबाल प्लेयर्स और जनजातीय समाज के मुखिया से बातचीत करेंगे। शहडोल में शाम को प्रधानमंत्री लखपति दीदी से बातचीत करेंगे। साथ ही जनजातीय समुदाय के साथ पीएम मोदी जमीन पर बैठकर भोजन करेंगे। इसके लिए खास पीढ़ा (पटा) के भी इंतजाम किए जाएंगे। प्राचीन भारत की सभ्यता के अनुरूप पेड़ के नीचे व्यवस्था की जा रही है। इसमें पीएम मोदी के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल पटेल भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री के स्वागत की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। सीएम ने लखपति दीदी का के बारे में बताया कि सेल्फ हेल्प ग्रुप की ऐसी महिलाएं जिनकी एक साल में आय एक लाख से ज्यादा हो गई है। उन्होंने अपनी मेहनत से अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारा है। सीएम ने बताया कि प्रदेश में पैसा एक्ट लागू हो चुका है। कई ग्राम सभाओं ने तेंदूपत्ता तोड़ा है। पीएम उनके सदस्यों, शहडोल के आसपास के फुटबाल के खिलाडिय़ों और जनजाति समाज के मुखिया से भी बातचीत करेंगे। वहीं, उनका भोजन होगा।

दिखेगा प्रधानमंत्री का देसी अंदाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 27 जून को होने वाला एमपी दौरा बेहद खास होने वाला है। ऐसा पहली बार होगा जब कोई प्रधानमंत्री देसी अंदाज में जनजातीय समुदाय के साथ जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण करेगा। वो यहां मुख्य रूप से कोदो भात और कुटकी की खीर खाएंगे। प्रदेश सरकार इस पूरी व्यवस्था को भारतीय परंपरा के अनुसार तैयार करवा रही है। शहडोल के पकरिया पंचायत के जल्दी टोला में पीएम नरेंद्र मोदी के लिए जो भोज तैयार किया जा रहा है, उसका भी अंदाज ठेठ देहाती होगा। प्रदेश सरकार ने जो भोजन का मेन्यू तैयार किया है, उसे पकाने से लेकर परोसने तक में प्राचीन भारत वाले गांव की सभ्यता को ध्यान में रखा गया है। पीएम के भोज में मोटा अनाज को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। पकरिया गांव के जल्दी टोला में पीएम के भोज की तैयारी जोर शोर से चल रही है। राज्य सरकार ने जो मेन्यू तैयार किया है, उसमें पीएम मोदी को पेय पदार्थ के लिए रोजलेट्टा (अमरु) का शरबत, बेल शरबत, आम का पना शामिल किया है। वहीं कोदो भात, कुटकी खीर, ज्वार और मक्के की रोटी, इंद्रहर की कढ़ी, कमल ककड़ी की सब्जी, हल्दी का अचार और महुआ के व्यंजन में खीर या लड्डू को शामिल किया है।

चूल्हे में लकड़ी की आग से पकेंगे पकवान
कमिश्नर राजीव शर्मा बताते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी के लिए जो देसी पकवान तैयार किए जाएंगे। उन्हें गांव के चूल्हे में ही तैयार किया जाएगा। लगभग 20 लोगों के लिए यह भोज तैयार होगा। लकड़ी के चूल्हे में बनने वाले इस पकवान की जांच पीएम के सुरक्षा मानकों के अनुरूप की जाएगी। कलेक्टर वंदना वैद्य ने बताया कि पकरिया गांव में ग्रामीण परिवेश में पीएम मोदी का स्वागत किया जाएगा। ग्रामीण इसे लेकर काफी खुश है। हमने पारंपरिक भोजन के लिए प्लान किया है। प्रधानमंत्री मोदी को कोदा, कुटकी, अमरू और हल्दी का आचार जैसी पारंपरिक भोजन परोसा जाएगा। इसके लिए हम तैयारी कर रहे है।

आदिवासी वर्ग में मजबूत पकड़ बनाना लक्ष्य
पीएम मोदी शहडोल में आदिवासी परिवार के साथ भोजन करेंगे। इससे भाजपा आदिवासी वर्ग को संदेश देना चाहती है कि वह उनकी हितैषी है। दरअसल 2018 के चुनाव में आदिवासी वोटर भाजपा से छिटक गया था, जिससे भाजपा की सरकार नहीं बन पाई थी। प्रदेश की 230 सीटों में से कांग्रेस को 31 और भाजपा को सिर्फ 16 सीट ही मिल पाई थीं। यही वजह है कि भाजपा ने अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित 47 सीटों पर पर अपना फोकस बढ़ा दिया है। प्रदेश में जनजातियों की कुल आबादी करीब 22 प्रतिशत है। इसमें सबसे ज्यादा भील-भिलाला 60 लाख, गोंड 51 लाख, सहरिया 47 लाख और कोरकू और अन्य 12 लाख हैं। इसमें से दूसरी सबसे बड़ी जनजाति गोंड अधिकतर नर्मदा नदी के किनारे निवासरत है। इसके अलावा बैगा और कोरकू भी इस तरफ ज्यादा है। शहडोल, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, बैतूल, नर्मदापुरम में इनकी संख्या ज्यादा है।

अबकी बार 200 पार का लक्ष्य
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी 27 जून को, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 26 जून को मध्यप्रदेश आ रहे हैं। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की सरकारों द्वारा शुरू की गई गरीब कल्याण की योजनाएं, पार्टी नेतृत्व पर विश्वास और संगठन की ताकत के बल पर हम प्रदेश में अबकी बार 200 पार का लक्ष्य हासिल करेंगे। हम सकारात्मक राजनीति में विश्वास करते हैं और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र पर काम कर रहे हैं। इसलिए भाजपा 2023 में मध्यप्रदेश में इतिहास बनाने का काम करेगी।

Leave a Comment