इंदौर। मानसून के रुखसत होने का समय नजदीक आ गया है। 5 अक्टूबर के बाद शहर से मानसून रुखसत हो सकता है। इस दौरान ज्यादातर समय मौसम खुला ही रहेगा। मानसून ने सितंबर माह में इंदौर को 20 इंच से ज्यादा पानी देकर कोटा पूरा करने में मदद की है। अब अक्टूबर मध्य से ठंड की शुरुआत देखने को मिलेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून की विदाई की घोषणा के लिए कुछ जरूरी मापदंड पूरे होना जरूरी है। इसमें पांच दिनों तक बारिश नहीं होना चाहिए, जमीन से डेढ़ किलोमीटर तक प्रतिचक्रवात होना चाहिए, सैटेलाइन द्वारा ली जाने वाली वेपर इमेज में कहीं भी नमी नजर नहीं आना चाहिए। इन सभी परिस्थितियों के पूरा होने पर ही मानसून की विदाई की घोषणा की जाती है।
कुछ दिनों पहले राजस्थान के कुछ इलाकों से मानसून की रवानगी की घोषणा कर दी, लेकिन मध्यप्रदेश में कुछ और समय लगेगा। अभी बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र भी बन रहा है, जिससे पूर्वी मध्यप्रदेश में बारिश हो सकती है। इसका असर पश्चिमी मध्यप्रदेश पर भी पड़ सकता है। इस कारण भी यह घोषणा अभी नहीं की गई है। 5 अक्टूबर तक सभी परिस्थितियां बनने पर यह घोषणा की जाएगी।
सितंबर में मिला 20.3 इंच पानी, पिछले 10 सालों में सर्वाधिक
विमानतल मौसम केंद्र के मुताबिक 1 सितंबर से आज तक इंदौर में कुल 20.3 इंच बारिश हुई है। यह पिछले 10 सालों में सर्वाधिक है। इसके कारण बारिश के मामले में पीछे चल रहे इंदौर का कोटा भी पूरा हुआ है और यह औसत से आगे भी निकल गया है। इसके साथ ही इंदौर में बारिश का कुल आंकड़ा 45.1 इंच पर पहुंच गया है। पूर्वी क्षेत्र में भी बारिश का यही हाल है, जबकि मध्य क्षेत्र बारिश के मामले में करीब 10 इंच आगे है।
जानकारी विमानतल मौसम केंद्र के मुताबिक, चार माह में बारिश
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