रोशनी से जगमगाएंगी मस्जिदें, इफ्तारी के कार्यक्रम होंगे

  • मुस्लिम समाज में रमजान की तैयारियाँ शुरू

उज्जैन। पवित्र रमजान माह में चांद नजर आने पर अगले दिन रमजान का पहला रोजा रखा जाता है। अगर 11 मार्च को चांद नजर आता है तो 12 मार्च को रमजान का पहला रोजा रखा जाएगा। इस बार रमजान 11 मार्च से शुरू और 9 अप्रैल को समापन होने की उम्मीद है । शहर की सभी मस्जिदों और इबादत स्थलों की साफ-सफाई और रंगाई-पुताई का कार्य जोरों पर है। सभी मस्जिदों को पवित्र माह के तहत रोशनी से जगमग किया जाएगा। रमजान का महीना रोजा, रहमत, इबादत और मगफिरत का पाक महीना होता है। इस्लामिक कैलेंडर चंद्रमा पर आधारित होता है। इसलिए हर साल रमजान लगभग 11 दिन पीछे चलता है। इस्लाम धर्म के अनुसार, रमजान के महीने में पैगंबर मोहम्मद साहब को कुरान की आयतें खुदा से मिली थीं। इसके लिए लोग रमजान के माह में रोजा रखकर खुदा की इबादत करते हैं। इस महीने में पहले 10 दिन के रोजे को रहमत, दूसरे 10 दिन के रोजे को बरकत और तीसरे 10 दिन के रोजे को मगफिरत कहते हैं। एक माह तक समाज के लोग रोजे पर रहेंगे तथा शाम के समय इफ्तारी के कार्यक्रम होंगे।


दाऊदी बोहरा समाज के रमजान 10 मार्च से शुरू होंगे
दाऊदी बोहरा समाज के पवित्र रमजान 10 मार्च से शुरू होंगे। पहले रोजे की सेहरी का समय सुबह 5.22 का होगा और इफ्तारी 6.36 बजे होगी। समाज के कुतुब फातेमी ने बताया कि इस वर्ष 32 साल के बाद रमजान का बड़ा हिस्सा यानी 20 दिन मार्च महीने में पड़ेगा। इससे पहले साल 1992 में रमजान का महीना मार्च में शुरू हुआ था। दाऊदी बोहरा समाज शबे कद्र का त्योहार 31 मार्च की रात को मनाएगा और 9 अप्रैल को ईद उल फितर का त्योहार मनाया जाएगा।

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