इंदौर। यह हैं 118 साल के बुजुर्ग नाना भील [Nana Bhil] , इनके जज्बे को सलाम। नाना भील बिना किसी सहारे के पैदल चलकर आए और लोकतंत्र [Democracy] के महायज्ञ में आहूति दी। उन्होंने बड़वानी [Barwani] जिले की पानसेमल विधानसभा [Pansemal Assembly] क्षेत्र के गवाड़ी में बूथ क्रमांक 225 में वोट डाला। नाना भील मध्यप्रदेश [Madhya Pradesh] के सबसे अधिक उम्र के मतदाताओं में शामिल हैं। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव [Assembly Elections] में मतदान [Voting] को लेकर काफी उत्साह [Enthusiasm] नजर आ रहा है। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में भी मतदाताओं की लंबी लाइन लगी है।
इस बार निर्वाचन आयोग ने बुजुर्गों को घर से ही मतदान करने की सुविधा दी है, इसके बावजूद नाना भील ने मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट डाला। प्रदेश सरकार ने मतदान को बढ़ाने के लिए काफी प्रयास किए थे और उनका प्रयास सफल भी होता दिख रहा है। प्रदेश में कई बुजुर्गों ने मतदान केंद्र पर जाकर अपने मत का प्रयोग किया है।
सागर और ग्वालियर में वोट डालने पहुंची 85 साल की महिलाएं
सागर जिले में 85 साल की कुसुम खरे तो व्हील चेयर से मतदान करने मतदान केंद्र पहुंची। वह कहती हैं कि लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व में भागीदारी करने का मौका चूकना नहीं चाहती हैं। बुजुर्ग वोटर अपनी उम्र को दरकिनार रखकर मतदान केंद्र जाकर ही मतदान करना पसंद कर रहे हैं। ग्वालियर की राजाबेटी भी मतदान करने मतदान केंद्र पहुंची, इनकी उम्र भी 85 साल है ,लेकिन मतदान के लिए उत्साह इतना था कि घर पर मतदान की सुविधा मिलने के बावजूद ये मतदान केंद्र पहुंची।
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