MP: निशा बांगरे ने फिर सरकार को घेरा, इस्तीफा मंजूर नहीं होने पर सरकार पर लगाए बड़े आरोप

भोपाल: अपने पद से इस्तीफा देकर सुर्खियों में छाईं डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे (Nisha Bangre) एक बार फिर चर्चाओं में हैं. इस बार उनका बयान आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 (MP Assembly Election 2023) को लेकर बड़ा बयान दिया है. साथ ही मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) पर आरोप भी लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें चुनाव लड़ने से रोकना चाहती है इसलिए उनका इस्तीफा मंजूर नहीं कर रही है.

बैतूल से डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा- सरकार मेरा इस्तीफा मंजूर नहीं कर चुनाव लड़ने से रोकना चाहती है. जानबूझकर मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जा रहा है. भाजपा ने जज, शिक्षक और डॉक्टर को एक दिन में इस्तीफा दिलाकर प्रत्याशी घोषित कर दिया लेकिन मुझे मेरे संवैधानिक अधिकारों से वंचित रखने की कोशिश की जा रही है.

निशा बांगरे ने आमरण अनशन की चेतावनी भी दी है. अपने बयान में आगे उन्होंने कहा- आगामी विधानसभा चुनाव में दुनिया की कोई ताकत मुझे चुनाव लड़ने से रोक नहीं सकती. इसके अलावा उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर शासकीय कार्यों से मुक्त करने की मांग की है. साथ ही कहा- मेरा इस्तीफा अस्वीकार करके चुनाव लड़ने से रोका जाता है, तो अपने अधिकारों से वंचित रहकर जीवित रहने से बेहतर मैं आमरण अनशन कर अपने प्राण त्यागना पसंद करूंगी.

SDM निशा बांगरे मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले की रहने वाली हैं. उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इसके बाद गुरुग्राम स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की. नौकरी छोड़कर उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी की साल 2016 में DSP के पद पर उनका चयन हो गया. 2017 में वे DC (डिप्टी कलेक्टर) के लिए चयनित हो गईं. उनके पति एक MNC में हैं और उन्हें एक बेटा भी है.

बैतूल से डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने कुछ महीनों पहले धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए छुट्टी नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. साथ ही उन्होंने सरकार पर मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया था. हालांकिं, GAD (जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट) ने उनके इस्तीफे को अमान्य घोषित करते हुए इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है.

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