Jet Airways के रेजोल्यूशन प्लान में निकला मुरारी लाल जालान और गुप्ता ब्रदर्स का कनेक्शन?

मुंबई। जेट एयरवेज को खरीदने की कोशिश करने वाले मुरारी लाल जालान (Murari Lal Jalan) के पीछे साउथ अफ्रीका (South Africa) के वो गुप्ता ब्रदर्स (अजय, अतुल, राजेश गुप्ता) हैं जिन पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप हैं। इसी कारण से उन्हें साउथ अफ्रीका छोड़कर भागना पड़ा है। हमने पहले बताया था कि किस तरह दोनों परिवारों के बीच कारोबारी और पारिवारिक रिश्ते हैं। आज हम आपको ये बताएंगे कि मुरारी लाल जालान ने कहां पर खुद ये लिखित में दिया है कि गुप्ता ब्रदर्स के परिवार के साथ उनका कनेक्शन है।

अलग-अलग दस्तावेजों के जरिए ज़ी मीडिया एक के बाद एक लगातार ये खुलासे कर रहा है कि किस तरह भारत की एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज को खरीदने की बोली लगाने वाले मुरारी लाल जालान और साउथ अफ्रीका के चर्चित गुप्त ब्रदर्स के बीच पारिवारिक और कारोबारी दोनों कनेक्शन हैं। ये खुलासा हमने दोनों परिवारों के बीच कारोबारी लेनदेन और कंपनियों के बीच हुए शेयर खरीद बिक्री के सौदों के आधार पर किया था।

लेकिन अब जालान और गुप्ता ब्रदर्स के बीच मजबूत परिवारिक रिश्तों की बात तस्दीक खुद मुरारी लाल जालान ने की है। दरअसल ज़ी मीडिया के पास कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में मुरारी लाल जालान की तरफ से दिए रेजोल्यूशन प्लान की कॉपी मौजूद है। इस दस्तावेज के हिस्से में मुरारी लाल जालान ने ‘कनेक्टेड पर्सन्स’ की कैटेगरी वाले कौलम में गुप्ता ब्रदर्स में से एक अतुल गुप्ता के बेटे शशांक सिंघल का नाम लिखा है।

अब आपको ये समझना जरूरी है कि इस दस्तावेज में अंकित ‘कनेक्टेड पर्सन्स’ का मतलब क्या है। ‘कनेक्टेड पर्सन्स’ यानी वो लोग जो कंपनी के प्रमोटर्स के साथ जुड़े हैं। कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में कनेक्टेड पर्सन्स से जुड़ी जानकारी में मुरारी लाल जालान ने एक जगह अपने भाई विशाल जालान और परिवार का ब्यौरा दिया है और साथ ही अपनी भतीजी शिवांगी के साथ उसके पति शशांक सिंघल का नाम भी दिया है। जालान ने ये भी लिखा है कि शशांक सिंघल उनके भाई विशाल जालान का दामाद है।

अब आपके लिए ये समझना भी जरूरी है कि मुरारी लाल जालान ने ‘कनेक्टेड पर्सन्स’ यानी खुद से जुड़े लोगों की जनकारी में गुप्ता परिवार के लोगों का नाम क्यों दिया। दरअसल, इंसॉल्वेंसी कानून के मुताबिक किसी कंपनी को खरीदने की बोली लगाने और रेजोल्यूशन प्लान दाखिल करने वाले प्रोमोटर की योग्यता को जांचने के लिए उसके परिवार से जुड़े सभी सदस्यों का ब्यौरा देना जरूरी होता है।

ज़ी मीडिया ने अपने पहले खुलासे में ये बात बताई थी कि किस तरह दोनों परिवारों के बीच आपसी कारोबारी रिश्ता रहा है। दरअसल जुलाई 2018 में गुप्ता ब्रदर्स की कंपनी एलसीआर इनवेस्टमेंट्स ने जालान परिवार की कंपनी बंगाल ओरियन फाइनेंशियल हब के साथ एक करार किया था। जिसके तहत हेरिटेज एविएशन की 68।50 फीसदी हिस्सेदारी को 6 करोड़ 85 लाख रुपये में बेचना तय हुआ था। इन दस्तावेजों पर मुरारी लाल जालान के भतीजे अंकित जालान के दस्तखत हैं। जबकि गुप्ता परिवार की कंपनी एलसीआर इनवेस्टमेंट्स की तरफ से शांतनु अवस्थी ने दस्तखत किए थे।

शांतनु अवस्थी एलसीआर इनवेस्टमेंट्स के डायरेक्टर हैं। भारत सरकार के कंपनी मामलों के मंत्रालय में दाखिल दस्तावेजों के मुताबिक जुलाई में जो करार हुआ था उसके बाद 1 दिसंबर 2019 को शेयरों का ट्रांसफर एलसीआर इनवेस्टमेंट्स से बंगाल ओरियन फाइनेंशियल हब में हुआ। बंगाल ओरियन हब में पहले मुरारी लाल जालान की करीब 78 फीसदी हिस्सेदारी थी। बाद में ये हिस्सेदारी उनके भाई विशाल जालान के नाम पर ट्रांसफर हो गई।

जबकि एलसीआर इनवेस्टमेंट्स में 65 फीसदी हिस्सेदारी गुप्ता भाइयों की मां अंगूरी गुप्ता के नाम पर है। वहीं 15-15 फीसदी हिस्सेदारी अजय गुप्ता के बेटे सूर्यकांत सिंघल के नाम पर और गुप्ता भाइयों के करीबी रिश्तेदार अनिल गुप्ता के नाम है। साल 2017-18 तक सूर्यकांत सिंघल का नाम एलसीआर इनवेस्टमेंट के डायरेक्टर्स में था। बाद में सूर्यकांत सिंघल का नाम डायरेक्टर्स की लिस्ट से हट गया। लेकिन शेयरहोल्डर्स की लिस्ट में उनका नाम अब भी है।

ज़ी मीडिया को दिए जवाब में मुरारी लाल जालान की ओर से इस बात का खंडन किया गया कि जेट एयरवेज की बोली में गुप्ता ब्रदर्स का कोई हाथ नहीं है। साथ ही उनका गुप्ता ब्रदर्स के साथ कोई कारोबारी रिश्ता नहीं है। लेकिन दस्तावेज झूठ नहीं बोलते। दस्तावेजों के जरिए ये अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि गुप्ता ब्रदर्स और जालान परिवार के बीच रिश्ता कितना गहरा है।

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