नवरत्न कंपनी ने की डिविडेंड की घोषणा, हर शेयर पर मिलेगा 5.25 रुपये, रिकॉर्ड डेट 20 फरवरी

नई दिल्‍ली (New Delhi) । भारत (India) की नवरत्न कंपनियों (Navratna Company) में से एक कोल इंडिया (Coal India) का दिसंबर तिमाही का रिजल्ट शानदार रहा। इस रिजल्ट से खुश होकर बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए हर शेयर पर 5.25 रुपये के दूसरे अंतरिम डिविडेंड की घोषणा की है। इसके अलावा बोर्ड ने मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) के रूप में मुकेश अग्रवाल की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। अग्रवाल ने 8 फरवरी को कोयला खनन समूह के निदेशक (वित्त) का पद ग्रहण किया।

रिकॉर्ड डेट 20 फरवरी
कंपनी ने इस डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 20 फरवरी निर्धारित की है, जबकि इसका डिस्ट्रिब्यूशन 12 मार्च निर्धारित किया गया है। इस ऐलान के बाद वित्त वर्ष के लिए कुल डिविडेंड 20.5 रुपये प्रति शेयर हो गया है। पिछले साल नवंबर में कोल इंडिया ने हर शेयर पर 15.25 रुपये का पहला अंतरिम लाभांश घोषित किया था।

कोल इंडिया शेयर प्राइस हिस्ट्री
कोल इंडिया के शेयर सोमवार को 4.80 फीसद टूटकर 434.30 रुपये पर बंद हुआ। इस गिरावट के बावजूद यह स्टॉक पिछले छह महीने में 85 फीसद से अधिक का रिटर्न दिया है। जबकि, पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों के धन को दोगुना से अधिक किया है। इस अवधि में कोल इंडिया ने 103 फीसद का रिटर्न दिया है। इसका 52 हफ्ते का हाई 468.60 रुपये और लो 207.60 रुपये है।

ऑल टाइम हाई पर पहुंचा प्रॉफिट
कंपनी ने सोमवार को अपने कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 17 फीसद की ग्रोथ की घोषणा की, जो 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त तिमाही के लिए 9,069 करोड़ रुपये थी। जबकि, पिछले साल इसी अवधि में यह 7,755 करोड़ रुपये दर्ज की गई थी। तीसरी तिमाही के दौरान टैक्स से पहले प्रॉफिट 12,375 करोड़ रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया, जो साल-दर-साल 17 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि को दर्शाता है। नेट प्रॉफिट पिछली सितंबर तिमाही की तुलना में 33 प्रतिशत बढ़कर 6,800 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

इस बीच राजस्व में Q to Q 10% की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। तीसरी तिमाही के दौरान कुल खर्च 26,268 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 26,246 करोड़ रुपये था। तीसरी तिमाही में कंपनी के परिचालन से राजस्व में साल-दर-साल 3 प्रतिशत की मामूली वृद्धि देखी गई, जो 36,154 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। जबकि, पिछले साल की समान अवधि के दौरान यह 35,169 करोड़ रुपये था।

Leave a Comment