नाजिम उसी इलाके से जहां पुलवामा हमला हुआ, कौन है पीएम मोदी का ये कश्मीरी ‘दोस्त’

नई दिल्‍ली (New Dehli)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कश्मीर का अहम दौरा(Important tour of Kashmir) किया। इस दौरान उन्होंने कई लोगों के मुलाकात (appointment)की। लेकिन इस कश्मीरी युवा (kashmiri youth)से उनकी मुलाकात खूब चर्चा में है। इनका नाम है नाजिम नजीर(Nazim Nazir)। नाजिम के लिए बृहस्पतिवार को यह सपने सच होने जैसा पल था जब प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल उनके साथ एक सेल्फी ली बल्कि उन्हें अपना ‘दोस्त’ भी कहा। यहां खास बात ये भी है कि नाजिम उसी इलाके से हैं जहां से पुलवामा आतंकी हमले का हमलावर था।

14 फरवरी 2019 को पुलवामा के आदिल अहमद डार ने अपनी विस्फोटक से भरी कार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले में घुसा दिया था। इस आतंकी हमले में 44 जवान शहीद हुए थे। गुरुवार को इसी क्षेत्र के युवा नाजिम नसीर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी सफलता की कहानी सुनाई और उनके साथ एक सेल्फी ली। कहा जा रहा है कि यह अनुच्छेद 370 की धाराओं को निरस्त किए जाने के बाद पिछले पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर में हुए बदलाव की ओर इशारा कर रहा है।

नाजिम नसीर का गांव संबूरा पुलवामा में आदिल अहमद डार के गांव से महज दो किलोमीटर दूर है। इसके अलावा, आतंकी डार का काकापोरा में स्थित गुंडीबाग गांव वाला घर संबूरा के ठीक बगल में है। दोनों घर झेलम नदी से बटे हुए हैं। हालांकि, दोनों की कहानियां काफी अलग हैं। नजीर ने एक सफल मधुमक्खी पालन इकाई स्थापित की हुई है। वह उन युवाओं में से एक थे जिन्हें बख्शी स्टेडियम में प्रधानमंत्री की सार्वजनिक रैली के बाद मोदी के साथ बातचीत करने का अवसर मिला था।

प्रधानमंत्री ने बाद में नजीर के साथ ली गई सेल्फी को पोस्ट करते हुए एक ट्वीट भी किया। प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर की गई पोस्ट में कहा, “मेरे दोस्त नजीर के साथ एक यादगार सेल्फी। मैं उनके अच्छे काम से बेहद खुश हूं। जनसभा के बाद उन्होंने एक सेल्फी का अनुरोध किया और मुझे उनसे मिलकर खुशी हुई। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं।

पुलवामा जिले के युवा लड़के के प्रयासों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मधुमक्खी पालन से क्षेत्र में ‘मीठी क्रांति’ लाए हैं। प्रधानमंत्री ने नजीर से कहा कि आप युवाओं को दिशा दे रहे हैं। आप देश की ताकत बन रहे हैं। मैं आपको धन्यवाद देता हूं। मोदी ने नजीर की कहानी सुनने के बाद कहा कि हमने हरित क्रांति और श्वेत क्रांति के बारे में तो सुना था, लेकिन आप ‘मीठी क्रांति’ लेकर आए हैं। नजीर ने कहा कि उन्होंने शौक के तौर पर दो बक्सों में मधुमक्खी पालन शुरू किया था, लेकिन जल्द ही बक्सों की संख्या 25 तक बढ़ाने के लिए एक सरकारी योजना का लाभ उठाया।

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