नया निर्माण चल रहा है इसलिए महाकाल क्षेत्र के पुराने मंदिर टूट रहे

  • मजदूरों की लापरवाही के चलते परिसर के मंदिर हो रहे हैं खंडित-दिनभर चलती है जेसीबी और पोकलेन-पुराने मंदिरों की पूजा भी बंद हुई

उज्जैन। महाकाल मंदिर परिसर के अंदर इन दिनों चारों ओर नए निर्माण कार्य चल रहे हैं, इन निर्माण कार्यों से मंदिर परिसर के अंदर बने प्राचीन मंदिरों को बहुत नुकसान हो रहा है। महाकाल मंदिर परिसर और मंदिर के चारों ओर इस समय निर्माण कार्य चल रहा है। दिन रात चलने वाले इन निर्माण कार्यों में मंदिर परिसर के अंदर जेसीबी और डम्पर भी पहुंचते हैं लेकिन मजदूरों की लापरवाही के चलते मंदिर परिसर के अंदर मौजूद प्राचीन छोटे मंदिरों को काफी नुकसान हो रहा है।

अभी कुछ दिन पहले जूना महाकाल मंदिर के सामने का शिव मंदिर पूरी तरह टूट गया था। मंदिर समिति की ओर से बताया गया था कि रात में काम करते समय डम्पर से यह मंदिर क्षतिग्रस्त हुआ था। मंदिर प्रशासक द्वारा यह भी कहा गया था कि यह मंदिर बनाने का काम शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा लेकिन अभी तक इस मंदिर का काम भी शुरू नहीं हुआ, लेकिन देखने में आ रहा है कि मंदिर के अंदर चल रहे निर्माण कार्यों से और मजदूरों की लापरवाही के चलते मंदिर परिसर के कई छोटे मंदिरों के गुंबद, नींव या कहें की मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जल्दी में निर्माण कार्य करने में महाकाल मंदिर के अंदर छोटे प्राचीन मंदिरों की अनदेखी की जा रही है। काम करने वाले मजदूरों को रोकने टोकने वाला भी कोई नहीं है। वह अपनी मर्जी से काम करते दिखाई देते हैं।

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