नई दिल्ली (New Dehli) । केरल में कोविड (Covid in Kerala)के डर के बाद स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव (Health Minister Dinesh Gundu Rao)ने आपात बैठक (emergency meeting)की है. अधिकारियों को मास्क, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं (essential commodities)के साथ तैयार रहने और भंडार रखने का निर्देश दिया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई कमी न हो. इसके साथ ही साफ तौर पर कहा गया है कि, केरल से लगी सीमा बंद नहीं की जाएगी.
कोरोना वायरस और इसके संक्रमण को लेकर एक बार फिर अलर्ट की स्थिति आ रही है. सामने आया है कि कोविड का एक नया वैरिएंट भारत में दस्तक दे चुका है. कोविड-19 के एक सबवैरिएंट JN.1 का पहला मामला केरल में सामने आया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मामले पर जानकारी दी है. वहीं, कोरोना से पीड़ित एक मरीज की मृत्यु की खबर भी सामने आई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कर रहा है निगरानी
इन दो घटनाओं के सामने आने के बाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नियमित अभ्यास के रूप में राज्यों में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों के संपर्क में है और स्थिति की निगरानी कर रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने की आपात बैठक
केरल में कोविड के डर के बाद स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने आपात बैठक की है. अधिकारियों को मास्क, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं के साथ तैयार रहने और भंडार रखने का निर्देश दिया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई कमी न हो. इसके साथ ही साफ तौर पर कहा गया है कि, केरल से लगी सीमा बंद नहीं की जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, हमें मॉक ड्रिल करनी होगी और किसी भी चीज के लिए तैयार रहना होगा. यदि कोई पुनरावृत्ति होती है, तो हमें तैयार रहने की जरूरत है. हमने मास्क, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि सब के लिए तैयारी कर ली है.’
तमिलनाडु का व्यक्ति सिंगापुर में पाया गया पॉजिटिव
इससे पहले, सिंगापुर में एक भारतीय यात्री को भी JN.1 सब-वैरिएंट का पता चला था. वह व्यक्ति तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले का मूल निवासी था और उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर की यात्रा की थी. तिरुचिरापल्ली जिले या तमिलनाडु के अन्य स्थानों में स्ट्रेन पाए जाने के बाद मामलों में कोई बढ़ोतरी नहीं देखी गई. सूत्रों की मानें तो भारत में इस जेएन.1 वेरिएंट का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है. JN.1 सब-वैरिएंट – पहली बार लक्जमबर्ग में पहचाना गया और कई देशों में फैलने गया. यह पिरोला वेरिएंट (BA.2.86) का वंशज है.
केरल के कन्नूर में वृद्ध की कोरोना से मौत
बता दें कि कि केरल के कन्नूर जिले के पनूर नगर पालिका के वार्ड-1 निवाली एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई है. मृतक कोरोना संक्रमित था. अब इस घटना के बाद इलाके में कोविड के खिलाफ रोकथाम गतिविधियां तेज कर दी गई हैं. विधायक केपी मोहनन की अध्यक्षता में हुई आपात बैठक में यह निर्णय लिया गया. मृतक की पहचान अब्दुल्ला नाम के शख्स के तौर पर हुई है और वह 80 वर्ष के थे. उनका खांसी और सांस लेने की समस्या का इलाज चल रहा था.
कोविड प्रोटोकॉल अपनाना जरूरी
अब इस घटना के सामने आने के बाद, कोविड प्रोटोकॉल के पालन करने संबंधी निर्देश दिए गए हैं. बैठक में कहा गया कि, लोगों के बीच सावधानी बरतने के लिए संदेश प्रसारित किया जाएगा. एहतियाती उपाय कड़े किए जाने के भी निर्देश हैं. जिन्हें बुखार है उन्हें आइसोलेशन में रहने और जो लोग कोविड पॉजिटिव हैं उन्हें क्वारंटाइन में रहने के निर्देश दिए जाएंगे. मास्क और सैनिटाइजर अनिवार्य कर दिया गया है.
सोशल डिस्टेंसिंग, क्वारेंटाइन और भीड़ से दूर रहने के निर्देश
इसके अलावा सामाजिक दूरी बनाए रखना, अनावश्यक अस्पताल जाने से बचना, बड़ी संख्या में एकत्रित नहीं होना, कोविड मरीजों के संपर्क में आए लोगों को क्वारेंटाइन में रहना, शादी-त्योहार जैसे आयोजनों की पूर्व सूचना स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका को देना जैसे नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा. बैठक में स्वास्थ्य कर्मियों को सतर्क रहने की सलाह दी गयी, साथ ही सुझाव दिया गया कि बुजुर्गों में बुखार के लक्षण दिखते ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए.
कोरोना के नए वैरिएंट पर क्या कहते हैं डॉक्टर
केरल में पाए गए कोविड सब-वेरिएंट मामले पर सर गंगा राम अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट, चेस्ट मेडिसिन, डॉ. उज्ज्वल पारख ने कहा “JN.1 कोविड का एक सब-वेरिएंट है. वायरस अपनी विशेषताएं बदलते रहते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह गंभीर होगा. इसका मतलब केवल यह है कि वायरस ने खुद को बदल लिया है. लोगों में हल्के लक्षण हैं- खांसी, सर्दी, सिरदर्द और बुखार होना, इस वैरियेंट के हल्के लक्षण हैं. हमें टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है.’
इस वैरिएंट पर क्या कहते हैं जानकार?
इस नए वैरिएंट के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के चीफ डॉक्टर एनके अरोड़ा ने समाचार एजेंसी ANI को बताया, ‘यह BA.2.86 का एक सब वैरिएंट है. हमारे पास JN.1 के कुछ मामले हैं.’ उन्होंने कहा, ‘भारत निगरानी रख रहा है और यही कारण है कि अब तक किसी अस्पताल में भर्ती होने या गंभीर बीमारी की सूचना नहीं मिली है.’
पहले के वैरिएंट्स से कितना अलग है यह JN.1?
नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष राजीव जयदेवन के अनुसार, ‘JN.1 एक गंभीर रूप से प्रतिरक्षा-रोधी और तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है, जो XBB और इस वायरस के पहले के सभी वैरिएंट्स से स्पष्ट रूप से अलग है. यह उन लोगों को संक्रमित करने में सक्षम है जिन्हें पहले भी कोविड संक्रमण हुआ था और जिन लोगों को टीका लगाया गया था.
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