6 नहीं 7 हैं संसद के घुसपैठिए, जानिए कब से बन रही थी प्लानिंग ?

नई दिल्‍ली (New Delhi)। संसद की सुरक्षा चूक के मामले (Parliament’s security default cases) में पकड़े गए 5 लोगों को दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट (Police took court) को बताया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी लोग एक दूसरे से 4 साल से संपर्क में थे और काफी प्लानिंग के बाद इस काम को अंजाम दिया गया। यही नहीं, आरोपितों ने पहले संसद की रेकी भी की थी। पुलिस ने कहा है कि इसे संसद में हमला ही माना जाए। दिल्ली पुलिस ने सभी आरोपितों को NIA की स्पेशल कोर्ट में पेश किया और 15 दिन की रिमांड माँगी थी। हालाँकि, कोर्ट ने सभी आरोपितों को 7 दिनों के लिए रिमांड मंजूर कर ली।

संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन यानी 13 दिसंबर (बुधवार) को लोकसभा में दर्शक दीर्घा से कूदकर दो लोगों ने ना सिर्फ सनसनी मचा दी थी बल्कि संसद की सुरक्षा में भी बड़ी सेंध लगाते हुए नई चिंता पैदा कर दी थी। अभी तक की जांच में पता चला है कि इस साजिश के पीछे छह नहीं बल्कि सात लोग थे। ग्रुप के मास्टरमाइंड ललित झा को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है।


सुरक्षा एजेंसियों की प्रारंभिक जांच के अनुसार, कथित तौर पर सात लोगों द्वारा उल्लंघन की योजना अच्छी तरह से तालमेल कर और सावधानीपूर्वक बनाई गई थी। सात लोगों में से छह को पकड़ लिया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 2022 में इस गिरोह का मास्टरमाइंड ललित झा, 26 वर्षीय सागर शर्मा और 34 वर्षीय मनोरंजन डी ने कर्नाटक के मैसूर में पहली मुलाकात की और देश का ध्यान आकर्षित करने के लिए संसद में घुसने की योजना बनाई थी।

बाद में इस गिरोह की तिकड़ी में 37 वर्षीय नीलम वर्मा और 25 वर्षीय अमोल भी शामिल हो गए। पांच लोगों का समूह फेसबुक पर भगत सिंह फैन पेज से जुड़ गया। कथित तौर पर इस साजिश के पीछे मुख्य साजिशकर्ता ललित झा ने मनोरंजन को इस साल की शुरुआत में जुलाई में संसद भवन की रेकी करने के लिए कहा था।

रविवार को पांच लोगों का समूह गुरुग्राम निवासी विशाल शर्मा के घर पर मिला और मंगलवार तक वहीं रहा। बुधवार की सुबह पांचों लोग संसद भवन के लिए रवाना हो गए। मनोरंजन ने पहले ही मैसूर-कोडगु सांसद प्रताप सिम्हा के माध्यम से विजिटर पास खरीद लिया था। सागर और मनोरंजन ने नए संसद भवन और दर्शक दीर्घा में प्रवेश किया।

बुधवार की दोपहर करीब 1:00 बजे, सागर ने धुएं का डिब्बा लेकर दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में छलांग लगा दी। मनोरंजन ने भी कूदने की कोशिश की और रेलिंग से लटकता नजर आया। दोनों ने अपने जूतों के अंदर धुएं के डिब्बे छिपा रखे थे। सदन में कूदने के बाद उन्होंने संसद में कनस्तरों से पीले रंग की गैस छोड़ी। इसके बाद हंगामा मच गया और दोनों को सदन में सांसदों ने पकड़ लिया और उनकी पिटाई कर दी। इसके बाद सांसदों ने दोनों को सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया।

लगभग उसी समय, संसद भवन के बाहर नीलम और अमोल ने समान कनस्तरों से गैस छोड़ी और नारे लगाए। इस बीच, ललित ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया जो बाद में इंस्टाग्राम पर सामने आया। नीलम और अमोल को पुलिस ने पकड़ लिया, जबकि ललित उस समय भागने में सफल रहा। इसके बाद सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल को संसद मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया। दिल्ली पुलिस ने इन सभी के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया ।

विशाल और उनकी पत्नी को भी गुरुग्राम से हिरासत में ले लिया गया। बाद में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जांच में शामिल हुई। गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों आरोपियों की सात दिन की हिरासत दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को दे दी। साजिश के मास्टरमाइंड ललित मोहन झा को स्पेशल सेल ने गुरुवार देर रात नई दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। अब मामले की जांच आतंकवाद रोधी इकाई स्पेशल सेल कर रही है।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संसद की सुरक्षा उल्लंघन पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, प्रह्लाद जोशी और पीयूष गोयल भी मौजूद रहे।

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