प्योंग्यांग। उत्तर कोरिया ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की बीजिंग यात्रा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ब्लिंकन की इस यात्रा को चीन पर दबाव बनाने की विफलता के तनाव को कम करने के लिए भीख यात्रा का नाम दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के पदभार संभालने के बाद यह चीन के साथ सबसे महत्वपूर्ण मुलाकातों में से एक है। इस मुलाकात में दोनों अपने तीव्र प्रतिद्वंद्विता को स्थिर रखने पर राजी हुए जिससे की उनके बीच संघर्ष तेज न हो।
ब्लिंकन ने इस मुलाकात के बाद सोमवार को कहा कि उन्होंने चीन से उत्तर कोरिया को मिसाइल लॉन्च करने से रोकने का आग्रह किया। ब्लिंकन की इस यात्रा पर उत्तर कोरिया की एक मीडिया एजेंसी ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य तनाव कम करने के लिए भीख मांगना था।
चीन को दबाने का प्रयास करना अमेरिका के अर्थव्यवस्था के लिए महंगा साबित हो सकता है। उनकी यह यात्रा चीन पर दबाव बनाने की विफलता को दर्शाता है।
उन्होंने अमेरिका को चीनी विरोधी परिसरों चाहे वह भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ क्वाड समूह हो या फिर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ ऑकस समूह के बीच तनाव बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहराया।
अमेरिका पर दोहरे व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह पहले भड़काने का काम करता है और फिर उसे नियंत्रम करने की कोशिश करेगा। अमेरिका के सहायक सचिव डेनियल क्रिटेनब्रिंक भी चीनी दौरे पर थे और अब उनका बुधवार को साउथ कोरिया के दौरा पर जाने की उम्मीद है।
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