बच्चा चोरी में निजी अस्पतालों की नर्सों पर नजर


7 दिन बाद भी सुराग नहीं, नर्सिंग स्टाफ का रिकार्ड भी खंगाल रही पुलिस

इंदौर।  प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सालय एमवाय से बच्चा चुराने वाली युवती का 7 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस अब शहर के निजी अस्पतालों की नर्सों पर भी नजर रख रही है। वहीं एमवाय अस्पताल का पुराना रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। आशंका है कि किसी पुरानी नर्स का इस घटना में हाथ हो सकता है।

एमवाय अस्पताल के बच्चा वार्ड से 15 नवम्बर को पंचम की फैल निवासी लोकेश बियाने की पत्नी रानी ने एक बच्चे को जन्म दिया था। उसके कुछ ही घंटे बाद नर्स की ड्रेस में आई एक युवती बच्चे को यह कहते हुए उठा ले गई थी कि उसके दिल की धड़कन तेज चल रही है, जांच करना पड़ेगी। उसके बाद बच्चे को ले भागी थी। हालांकि पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते वह 2 दिन पूर्व युवती संयोगितागंज थाने में बच्चे को छोड़ गई। पुलिस कल दिनभर युवती कहां से आई थी और बच्चे को छोड़कर कैसे गई इसके बारे में पड़ताल करती रही। अभी भी पुलिस रूट मैपिंग में ही उलझी हुई है। तमाम सीसीटीवी कैमरों से फुटेज निकाले जाने के बावजूद युवती के चेहरे के बारे में जानकारी नहीं लगी है। सीएसपी पूर्ति तिवारी ने बताया कि पुलिस अब प्राइवेट अस्पतालों की नर्सों पर भी नजर रख रही है। वहीं दूसरी ओर एमवाय के नर्सिंग स्टाफ का रिकार्ड भी खंगाल रही है, ताकि इस बात का पता चल सके कि पूर्व में ऐसे कितनी नर्सें थीं जो यह से काम छोड़कर चली गईं। उनके बारे में भी पतारसी की जा रही है। सीएसपी ने बताया कि कई जगह फुटेज हैं, पर टेक्निकल समस्या के कारण नहीं मिल पा रहे हैं। पुलिस जेल में बंद बच्चा चुराने वाले गिरोह की महिला सदस्यों तथा अन्य आरोपियों को जेल से ट्रांजिट रिमांड पर लाकर उनसे पूछताछ करेगी। इसके लिए पुलिस सोमवार को कोर्ट में आवेदन करेगी। सीएसपी तिवारी का कहना है कि हालांकि पुलिस बच्चा चुराने वाली युवती की तलाश में लगातार जुटी हुई है। दावा किया जा रहा है कि जल्द ही वह गिरफ्त में होगी।

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