अयोध्या और काशी बस चलाने के लिए नहीं मिल रहे ऑपरेटर्स

  • एआईसीटीएसएल ने एक बार तारीख आगे बढ़ाई, अब दोबारा भी आगे बढ़ाने की तैयारी, घाटे के डर से ऑपरेटर्स नहीं दिखा रहे रुचि

इंदौर। देश के सबसे बड़े पर्यटन केंद्र बन चुके अयोध्या और वाराणसी (काशी) के लिए बस चलाने को आतुर एआईसीटीएसएल प्रबंधन को बस चलाने के लिए बस ऑपरेटर्स ही नहीं मिल रहे हैं। प्रबंधन 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन से पहले ही इस रूट पर बस सेवा शुरू करना चाहता था, लेकिन अब तक प्रबंधन को ऑपरेटर्स नहीं मिले हैं। एक बार टेंडर की तारीख आगे बढ़ाए जाने के बाद अब दोबारा तारीख आगे बढ़ाने की तैयारी है।

उल्लेखनीय है कि एआईसीटीएसएल द्वारा मध्यप्रदेश सहित देश के कई प्रमुख शहरों के लिए सीधी बस सेवा का संचालन किया जाता है। इसी क्रम में बढ़ते धार्मिक पर्यटन और अयोध्या राम मंदिर दर्शन के लिए उत्साह को देखते हुए प्रबंधन ने इंदौर से अयोध्या, वाराणसी सहित अन्य धार्मिक स्थलों के लिए सीधी बस चलाने के टेंडर जारी किए थे। इन टेंडरों को 23 जनवरी को खुलना था, लेकिन बोर्ड के अध्यक्ष और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने पूरी कोशिश की कि कोई ऑपरेटर पहले ही इसके लिए तैयार हो जाए और 22 जनवरी राम मंदिर उद्घाटन के दिन ही बस सेवा शुरू कर दी जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और 23 जनवरी को खुलने वाले टेंडर में भी कोई ऑपरेटर नहीं पहुंचा। इसके चलते प्रबंधन ने इसकी तारीख आगे बढ़ाते हुए 12 फरवरी कर दी है। इसके बाद प्रबंधन अपने मौजूदा ऑपरेटर्स को ही मनाने में लगा है, लेकिन वे भी इसमें रुचि नहीं दिखा रहे हैं, जिससे एक बार फिर टेंडर की तारीख आगे बढ़ाए जाने की तैयारी है।

दो शहर पहले ही बाहर

प्रबंधन ने शुरुआत में इंदौर से अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और खाटू श्याम बस चलाने की बात कही थी, वहीं अब सिर्फ अयोध्या और वाराणसी की ही बात कही जा रही है। यानि बस शुरू होने से पहले ही दो शहर सूची से बाहर हो चुके हैं। अब कोई और भी शहर जुड़ेगा या घटेगा, यह कहा जाना मुश्किल है।

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