विपक्ष को वाराणसी से मजबूत प्रत्याशी की तलाश, प्रियंका गांधी को मिल सकता है मौका

नई दिल्ली (New Delhi)। विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक (Opposition alliance india meeting) में वाराणसी से मजबूत प्रत्याशी (Strong candidate from Varanasi) उतारने पर भी चर्चा हुई। सूत्रों ने यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) वहां से सांसद हैं।

प्रियंका गांधी का नाम आया सामने
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को हुई बैठक में विपक्षी दल इस पर सहमत हुए कि चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए कुछ अलग विचारों की जरूरत है। इसी में से एक विचार यह आया का वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का एक मजबूत प्रत्याशी उतारा जाए। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक टीएमसी नेता व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra) को वहां से प्रत्याशी बनाने की बात कही।

अरविंद केजरीवाल को मिली है मात
2014 के आम चुनाव में वाराणसी से आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल पीएम के खिलाफ मैदान में उतरे थे। लेकिन 3.37 लाख मतों के विशाल अंतर से पराजित हुए। पिछले यानी 2019 के चुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा को वाराणसी प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर चर्चा चली थी। लेकिन अंत में कांग्रेस ने अजय राय को वहां से प्रत्याशी बनाया था, जबकि समाजवादी पार्टी ने शालिनी यादव को प्रत्याशी बनाया था। पीएम मोदी 60 फीसदी मतों के साथ बड़ी जीत हासिल की थी।

इंडिया गठबंधन की बैठक सिर्फ चाय बिस्किट तक सीमित थी : जदयू सांसद
विपक्ष को एकजुट करने के बीच जदयू सांसद ने नीतीश कुमार को असहज कर दिया। विपक्षी इंडी गठबंधन की हालिया बैठक पर तंज कसते हुए गठबंधन के नेता और जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने बुधवार को कहा कि बैठक सिर्फ चाय, बिस्कुट तक सीमित थी। बैठक बिना समोसा या बिना किसी गंभीर मुद्दे पर चर्चा के खत्म हो गई। जदयू सांसद ने कहा, बैठक में गठबंधन में भागीदारी को लेकर कई दलों के बड़े नेता आए थे। लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हो सकी।

इन मुद्दों पर जताया विरोध
बैठक के दौरान नेताओं ने कहा था कि इंडिया गठबंधन की पार्टियां का मानना है कि ईवीएम की अखंडता पर कई संदेह है। हम मतपत्र प्रणाली के दोबारा इस्तेमाल की मांग करते हैं। इससे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होगा। लोगों में विश्वास बढ़ेगा। हमारी चौथी बैठक में 28 पार्टियों ने हिस्सा लिया और गठबंधन समिति के सामने अपने विचार प्रस्तुत किए। बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया है कि सांसदों का निलंबन अलोकतांत्रिक है। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें लड़ना होगा। हम लड़ने के लिए तैयार हैं। हमने संसद में सुरक्षा का मुद्दा उठाया। हम कितने समय से कह रहे हैं कि मद्दे पर पीएम मोदी या फिर अमित शाह को लोकसभा और राज्यसभा में अपनी बात रखनी चाहिए लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे।

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