बुरहानपुर डीएफओ अनुपम शर्मा के ट्रांसफर का विरोध

  • ट्रांसफर निरस्त करने की मांग को लेकर कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन

विदिशा। प्रदेश सरकार ने बुरहानपुर जिले के डीएफओ अनुपम शर्मा का ट्रांसफर कर दिया है, जिसका विरोध पूरे प्रदेश में हो रहा है। डीएफओ के समर्थन में विदिशा में मप्र वन एवं वन्य प्राणी संरक्षण कर्मचारी संघ ने एक ज्ञापन सौंपकर बुरहानपुर डीएफओ का स्थानांतरण निरस्त करने की मांग की है। कर्मचारियों ने बताया कि अनुपम शर्मा ने बुरहानपुर डीएफओ के पद पर मात्र 2 महीने हुए है, और उन्होंने इतने कम समय में बुरहानपुर जिले में सराहनीय काम किए हैं। जंगल से वर्षों से काबिज अतिक्रमणकारियों को खदेड़ दिया है। इसके साथ ही लगभग 5 करोड़ रुपए की बेशकीमती वन उपज को भी बरामद किया है।उनके कामकाज से उनके अधीनस्थ कर्मचारी और अधिकारी खुश है जबकि सरकार ने उनके उल्लेखनीय काम के बदले इनाम के तौर पर उनका मात्र 2 महीने में ही ट्रांसफर कर दिया है जो भी गलत है, कर्मचारी संगठन इसकी निंदा करता है।


3 करोड़ से ज्यादा की लकडिय़ों को जब्त किया था
कर्मचारियों ने मांग की है कि उनका ट्रांसफर निरस्त किया जाए और उनको बुरहानपुर में ही पदस्थ किया जाए उन जैसे काबिल अधिकारी की बुरहानपुर में जरूरत है। वनों की कटाई पर लगाम लगाने वाले अधिकारी है पहली बार जिले में अतिक्रमणकरियों पर जो कार्रवाई की गई वह पहले कभी नहीं हुई।उल्लेखनीय है कि बुरहानपुर में डीएफओ के पद पर पदस्थ हुए मात्र 2 माह ही हुआ है और उन्होंने बहा पर अच्छा काम किया है, नेपानगर के जंगलों से अतिक्रमणकारियो को खदेडऩे और वहां करीब 800 से ज्यादा टपरे तोड़े, 3 करोड़ से ज्यादा की लकडिय़ों को जब्त किया था । इसके बाद भी प्रदेश सरकार ने उन्हें प्रोत्साहित करने की जगह उनका ट्रांसफर कर दिया जिससे कर्मचारियों में आक्रोश है।कर्मचारियों को का कहना है कि डीएफओ अनूप शर्मा ने बुरहानपुर जिले में वनों की कटाई पर लगाम लगाई थी और अतिक्रमणकारियों को खदेड़ दिया था सरकार ने उनकी अच्छे कामों के बदले उनका ट्रांसफर कर दिया जो कि निंदनीय है।

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