पाकिस्तान ने भारतीय एजेंट्स पर दो लोगों की हत्या का लगाया इल्जाम, भारत ने बताया झूठा आरोप

नई दिल्‍ली (New Delhi) । पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत (India) पर बड़ा इल्जाम लगाया है. उसने दावा किया है कि भारतीय एजेंट्स (Indian agents) ने पाकिस्तान (Pakistan) की सरजमीं पर दो लोगों की हत्या की.

पाकिस्तान के विदेश सचिव मुहम्मद साइरस सज्जाद काजी ने दावा किया कि रावलकोट और सियालकोट में दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या की. उन्होंने दावा किया कि इनके हत्यारों और भारतीय एजेंट्स के बीच संबंध के हमारे पास पुख्ता सबूत हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि भारत, पाकिस्तान की सरजमीं पर हत्याएं कर रहा है. भारत ने इन आरोपों को झूठा और दुर्भावनापूर्ण बताते हुए खारिज कर दिया.

किसकी हत्याओं का आरोप लगाया?
विदेश सचिव काजी ने जिन दो नागरिकों की हत्या का आरोप भारत पर लगाया है, उनके नाम शाहिद लतीफ और रियाज अहमद उर्फ अबु कासिम है. शाहिद लतीफ की सियालकोट और रियाज अहमद की रावलकोट में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

काजी ने इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि पाकिस्तान में हत्याएं करने के लिए भारतीय एजेंट्स भाड़े के लोगों को भर्ती कर रहे हैं और उन्हें फंडिंग कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया में इन दोनों की हत्या को कामयाबी के तौर पर दिखाया. इन हत्याओं के लिए भारतीय एजेंट्स ने हाईटेक तरीके अपनाए. उन्होंने सोशल मीडिया और दाएश के फर्जी अकाउंट्स के जरिए लोगों को भर्ती किया.

सबूत क्या दिए…?
शाहिद लतीफ की हत्या पिछले साल 11 अक्टूबर को सियालकोट में हो गई थी. काजी ने आरोप लगाया कि लतीफ की हत्या की जांच में भारतीय एजेंट योगेश कुमार का नाम सामने आया है, जो किसी तीसरे देश में रहता है.

काजी ने दावा किया कि योगेश कुमार ने किसी तीसरे देश में रहने वाले मजदूर मुहम्मद उमैर से संपर्क किया और उसके जरिए स्थानीय अपराधियों से लतीफ की हत्या कराने की कोशिश की. लेकिन जब ये कोशिश नाकाम हुई तो उमैर ने खुद पाकिस्तान आकर इस काम को अंजाम दिया.

उमैर ने पाकिस्तान आकर पांच लोगों की एक टीम बनाई और फिर लतीफ की हत्या की. उन्होंने कहा कि सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और ट्रायल चल रहा है. काजी ने दावा किया कि इस हत्या में योगेश कुमार का हाथ होने के पर्याप्त सबूत हैं.

काजी ने दावा किया कि रियाज अहमद के हत्यारे मुहम्मद अब्दुल्ला अली को कराची एयरपोर्ट से तब गिरफ्तार किया गया था, जब वो यहां से भागने की फिराक में था. उन्होंने दावा किया कि पूछताछ में अली ने बताया है कि इस काम को अंजाम देने के लिए भारतीय एजेंट्स अशोक कुमार आनंद और योगेश कुमार ने उसे गाइड किया था.

शाहिद लतीफ.
शाहिद लतीफ की सच्चाई…
पाकिस्तान ने भारत पर आरोप तो लगा दिया लेकिन पूरी सच्चाई नहीं बताई. जिन दो लोगों की हत्या का इल्जाम पाकिस्तान ने भारत पर लगाया है, वो दोनों ही आतंकी थे. दोनों ने भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया था.

शाहिद लतीफ आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ था और इस संगठन के सरगना मसूद अजहर का करीबी था. 2016 में पठानकोट में भारतीय वायुसेना के बेस पर आतंकी हमला हुआ था. इसका मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ ही था. इस हमले में 9 जवान शहीद हो गए थे. लतीफ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट में रहता था.

इतना ही नहीं, 1999 में कंधार में एयर इंडिया के विमान को आतंकियों ने हाईजैक कर लिया था. इस विमान में 189 यात्री सवार थे. यात्रियों के बदले आतंकियों ने भारत की जेल में बंद कई आतंकियों की रिहाई की मांग की थी, जिसमें लतीफ भी शामिल था. हालांकि, लतीफ को रिहा नहीं किया गया था.

लतीफ को 1994 में आतंकवाद के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उसने जम्मू की कोट बलवाल जेल में 16 साल काटे थे. साल 2010 में उसे रिहा किया गया था. रिहाई के बाद लतीफ फिर आतंकी गतिविधियों से जुड़ गया था. 11 अक्टूबर 2023 को सियालकोट में एक मस्जिद में लतीफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

रियाज अहमद की सच्चाई…
रियाज अहमद उर्फ अबु कासिम लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर था. एक और दो जनवरी 2023 को जम्मू के राजौरी जिले के डांगरी गांव में आतंकियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में 7 लोगों की मौत हो गई थी. इन हमलों का मास्टरमाइंड रियाज अहमद ही था.

वो मूल रूप से जम्मू का रहने वाला था, लेकिन 1999 में पाकिस्तान चला गया था. वहां जाकर वो आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ गया था. जम्मू के पुंछ और राजौरी जिले में आतंकवाद के पीछे इसका ही दिमाग था.

बताया जाता है कि रियाज पहले मुरिडके स्थित लश्कर के बेस से अपना काम संभालता था, लेकिन बाद में उसने अपना सारा काम रावलकोट में शिफ्ट कर लिया था. वो लश्कर के चीफ कमांडर सज्जाद जाट का करीबी बताया जाता है. पिछले साल 8 सितंबर को रावलकोट की अल-कुदुस मस्जिद के अंदर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

पाकिस्तान को भारत ने दिया करारा जवाब
पाकिस्तान के इन आरोपों को भारत ने झूठा बताते हुए करारा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि ये पाकिस्तान का झूठ फैलाने और भारत के खिलाफ दुष्प्रचार का हथकंडा है. पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद, संगठित अपराध और गैरकानूनी गतिविधियों का अड्डा रहा है.

उन्होंने कहा कि भारत और कई अन्य देशों ने सार्वजनिक तौर पर पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि वह आतंक और हिंसा की अपने ही प्रोपेगैंडा का शिकार होगा. पाकिस्तान ने जो बोया है, वही काटेगा. अपने किए का दूसरों पर दोष मढ़ने से कोई समाधान नहीं निकलेगा.

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