स्टाम्प ड्यूटी कम होते ही रजिस्ट्री कराने टूट पड़े लोग, 2 घंटे सर्वर डाउन


इन्दौर।  स्टाम्प ड्यूटी 2 प्रतिशत कम होने के बाद कल शहर के रजिस्ट्रार कार्यालयों में लोग अपनी सम्पत्ति का पंजीयन कराने पहुंचे तो उन्हें निराश होना पड़ा। सम्पदा साफ्टवेयर में लोड बढऩे के कारण करीब 2 घंटे सर्वर डाउन रहा। हालांकि रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि कल एक ही दिन में 350 से अधिक रजिस्ट्रियां की गईं।

प्रापर्टी व्यवसाय को मंदी के उबारने के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने स्टाम्प शुल्क में कमी करने की घोषणा की थी। रजिस्ट्रार कार्यालय को अधिकृत आदेश मिलने के बाद कल से लोगों को साढ़े 12 प्रतिशत के बजाय साढ़े 10 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी ड्यूटी लगेगी। 2 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी कमी का लाभ लेने के लिए लोगों ने कई दिनों से अपनी सम्पत्ति का पंजीयन भी रोक दिया था। कल से 2 प्रतिशत कम स्टाम्प ड्यूटी का लाभ लोगों को मिलना शुरू हो गया है। हालांकि विभाग को भी पता था कि 2 प्रतिशत कम स्टाम्प ड्यूटी का नियम लागू होने के बाद लोग बड़ी संख्या में अपनी सम्पत्ति का पंजीयन कराने आएंगे, मगर विभाग ने स्थिति को लेकर कोई तैयारी नहीं की। दोपहर 12 बजे तक तो जिन लोगों का स्लॉट बुक हो गया था, उनकी रजिस्ट्रियां सामान्य ढंग से हुईं और उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई, मगर 12 बजे के बाद संपदा सॉफ्टवेयर में लोड बढ़ा और सर्वर डाउन हो गया। रजिस्ट्रार कार्यालय के सूत्रों के अनुसार 2 घंटे से अधिक समय तक सर्वर डाउन रहा। मोती तबेला, एमओजी लाइन, नवलखा के रजिस्ट्रार कार्यालय में सम्पत्ति के पंजीयन का काम इस दौरान बंद रहा। हालांकि मुख्य रजिस्ट्रार बालकृष्ण मोरे का कहना है कि कुछ समय सर्वर डाउन रहा, उसके बावजूद 2 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी कम होने का लोगों ने फायदा उठाया और एक ही दिन में साढ़े तीन सौ से अधिक सम्पत्तियों का पंजीयन हुआ। मोरे के अनुसार शासन की स्टाम्प ड्यूटी में कमी की योजना का लाभ आम आदमी 31 दिसंबर तक ले सकता है।

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