गुजरात में भारत नेट के दूसरे चरण सहित कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी


नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) गुजरात में (In Gujarat) भारत नेट के दूसरे चरण सहित (Including the second phase of Bharat Net) कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं (Many Important Projects) राष्ट्र को समर्पित करेंगे (Will dedicate to the Nation) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 फरवरी को गुजरात के दौरे पर जाने वाले हैं। यह यात्रा गुजरात के विकास पर केंद्रित है। वह यहां जीसीएमएमएफ के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होंगे, जिसमें अहमदाबाद के मोटेरा स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 1.25 लाख से अधिक किसान भी भाग लेंगे।

पीएम यहां महेसाणा में भारत नेट के दूसरे चरण सहित कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जो 8000 से अधिक ग्राम पंचायतों को हाई-स्पीड इंटरनेट प्रदान करेगा । महेसाणा और बनासकांठा जिलों में रेल लाइन दोहरीकरण, गेज परिवर्तन, नई ब्रॉड-गेज लाइन के लिए कई परियोजनाएं सहित खेड़ा, गांधीनगर, अहमदाबाद और महेसाणा में सड़क परियोजनाएं; गांधीनगर में गुजरात जैव प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का मुख्य शैक्षणिक भवन के साथ बनासकांठा में कई जल आपूर्ति परियोजनाओं के साथ कई अन्य विकास परियोजनाओं का लोकार्पण पीएम मोदी करेंगे।

बता दें कि प्रधानमंत्री गुजरात दौरे के क्रम में 22 फरवरी को सुबह 10:45 बजे अहमदाबाद पहुंचेंगे, जहां वह गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के स्वर्ण जयंती समारोह का नेतृत्व करेंगे। समारोह के बाद प्रधानमंत्री दोपहर 12:45 बजे वलीनाथ महादेव मंदिर में पूजा के लिए उपस्थित होंगे। इसके तुरंत बाद महेसाणा में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में वह 8,350 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिसमें सड़क, रेल, ऊर्जा और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बढ़ाने पर सरकार के फोकस पर जोर दिया जाएगा।

यह दौरा नवसारी तक जारी रहेगा, जहां शाम 4:15 बजे, प्रधानमंत्री शहरी विकास, जल आपूर्ति, पर्यटन और इंटरनेट कनेक्टिविटी के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए लगभग 17,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखेंगे। पीएम मोदी का गुजरात दौरा शाम 6:15 बजे काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन की यात्रा के साथ समाप्त होगा। जहां प्रधानमंत्री राष्ट्र को दो रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) समर्पित करेंगे, जो 1400 मेगावाट की क्षमता के साथ स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन की दिशा में एक कदम होगा।

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