प्रियंका ही कर रहीं अशोक गहलोत को ट्रोल; संजय निरूपम बोले- कांग्रेस में पावर सेंटर के बीच टकराव

नई दिल्‍ली(New Delhi) । कांग्रेस पार्टी (congress party)से हाल ही में निलंबित संजय निरुपम (Suspended Sanjay Nirupam)ने कांग्रेस के पांच शक्ति केंद्रों के रूप में अपने दावे के साथ सबूत भी दिखाया है। शनिवार को जयपुर (Jaipur)में आयोजित कांग्रेस की सार्वजनिक रैली (Congress public rally)में प्रियंका गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए संजय निरुपम ने कहा कि प्रियंका ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उपस्थिति में परीक्षा पेपर लीक का मुद्दा उठाया। ऐसा लगता है कि उन्हें यह लगा कि वह यूपी में बोल रही हैं। या फिर वह गहलोत को ट्रोल कर रही होंगी। या नहीं तो यह पार्टी के अंदर पावर सेंटर के बीच टकराव का असर है।” आपको बता दें कि गहलोत के शासन के दौरान पेपर लीक एक ज्वलंत मुद्दा रहा।

सहयोगियों के साथ कांग्रेस की सीट सेशयरिंग के बाद लोकसभा चुनाव 2024 से पहले महाराष्ट्र कांग्रेस में बड़े पैमाने पर नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। संजय निरुपम का निष्कासन तब हुआ जब उन्होंने दावा किया कि उन्होंने पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव केसी वेणुगोपाल के पांच शक्ति केंद्र हैं। ये सभी सभी लॉबी एक-दूसरे से टकराती हैं।

संजय निरुपम इस बात से नाराज थे कि मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट के लिए उनके नाम पर विचार नहीं किया जा रहा था। कांग्रेस ने यह सीट उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना) को चुनाव लड़ने के लिए दे दी। शिवसेना ने अमोल किरीटकर को उम्मीदवार घोषित किया था, जिन्हें संजय निरुपम ने ‘खिचड़ी चोर’ कहा था।

संजय निरुपम ने तुरंत अपने अगले कदम के बारे में खुलासा नहीं किया, लेकिन एकनाथ शिंदे की सेना ने कहा कि उनके एक या दो दिनों में पार्टी में शामिल होने की उम्मीद है। शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा, “संजय निरुपम को संभवत: 1-2 दिनों में आना चाहिए। एकनाथ शिंदे तय करेंगे कि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं।”

निरुपम ने 2005 में शिवसेना छोड़ दी थी। 2009 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर मुंबई उत्तर सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन 2014 में भाजपा के गोपाल शेट्टी से हार गए।

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