भोपाल के हमीदिया अस्पताल में मेडिकल के लिए भटकती रही रेप पीड़िता, देना पड़ा धरना

भोपाल: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में बेटियों और महिलाओं (daughters and women) के अत्याचार की खबरें अब आम है. इसी बीच भोपाल के सबसे बड़े हमीदिया अस्पताल (Bhopal’s largest Hamidia Hospital) से शर्मसार कर देने वाली खबर आई है. यहां एक 16 साल की नाबालिग रेप पीड़िता (minor rape victim) जांच के लिए करीब 4 घंटे परेशान होती रही. वहीं यहां मौजूद डॉक्टर पीड़िता को इधर से उधर भटकाते रहे. इस पर अब राजनीति भी गरमा गई है, कांग्रेस ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर निशाना साधा है.

वहीं इस मामले में कांग्रेस ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर निशाना साधा है. पीसीसी मीडिया उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने कहा कि महिलाओं-बच्चियों को सुरक्षा देने की जगह सरकार शर्मसार कर रही है. मंत्री घोटाले में व्यस्त है. अपराधियों जैसा अत्याचार महिला और बच्चियों के साथ सरकार कर रही है. मेडिकल एजुकेशन मिनिस्टर नर्सिंग घोटाले में व्यस्त है. अस्पतालों में अव्यवस्थाओं का अंबार है.

जानकारी के मुताबिक बैरागढ़ निवासी 16 वर्षीय किशोरी का अपहरण हुआ था. पुलिस ने बरामद किया तो उसके साथ रेप होने की बात सामने आई. जब महिला आरक्षक पीड़िता का मेडिकल कराने सुबह करीब 11 बजे हमीदिया अस्पताल पहुंची तो उन्हें करीब 4 बजे तक इधर से उधर भटकाया गया.

अस्पताल में इधर उधर 5 घंटे भटकने के बाद जब महिला आरक्षक पीड़िता के साथ धरने पर ही बैठ गई. तब यहां तैनात सुरक्षा गार्ड ने उनको सीढ़ियों से हटाना चाहा तो ऐसे में वहां हंगामे की स्थिति बन गई. इसके बाद सीएमओ समेत अन्य डॉक्टर भी मौके पर आए. तब कही जाकर पीड़िता का मेडिकल हो पाया. वहीं इस पूरे मामले में ACP अनिल कुमार शुक्ल ने कहा कि नाबालिग बच्ची की जांच में देरी हुई है. अमूमन ऐसे मामलों में जांच जल्दी की जानी चाहिए. हालांकि इस मामले को लेकर पुलिस ने ज्यादा कुछ बोलने से बचती नजर आ रही है.

Leave a Comment