Red Sea: अमेरिकी सेना ने हूती विद्रोहियों के हथियारों के गोदाम तबाह किए

वाशिंगटन (Washington)। इस्राइल-हमास युद्ध (Israel-Hamas war) शुरू होने के बाद लाल सागर (Red Sea) में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन (International shipping lanes) से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों (Merchant ships) पर लगभग दो दर्जन हमले हो चुके हैं। यमन के हूती विद्रोही (Yemen’s Houthi rebels) जहाजों को निशाना बना रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश खुले शब्दों में चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन हूती अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में अमेरिका ने एक बार फिर कड़ी कार्रवाई की है। उसने लाल सागर में बढ़ते तनाव के बीच यमन के हूती नियंत्रित इलाकों में आत्मरक्षा के लिए हमले किए।

इन हथियारों को किया नष्ट
अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने बताया कि हमले में दो मोबाइल एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों (ASCM), तीन मानव रहित सतही जहाजों (USV) और एक तरफा हमले वाले मानव रहित हवाई वाहन (UAV) को नष्ट कर दिया। सेना ने कहा कि इस हमले का मसकद लाल सागर और आसपास के जलमार्गों में अमेरिका व साझेदार बलों को धमकी देने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हूती क्षमताओं को नष्ट करके नेविगेशन की स्वतंत्रता को बहाल करना है।

खतरे को भांपते हुए लिया फैसला
अमेरिका की मध्य कमान ने बताया कि यूएसवी और एएससीएम हथियार हमले करने के लिए तैयार थे। वहीं, लाल सागर के ऊपर मानव रहित हवाई वाहन घूम रहे थे। बाद में पता चला कि यह हमले करने वाले हैं। ऐसे में लाल सागर में व्यापारी जहाजों और अमेरिकी नौसेना के जहाजों के लिए खतरे को भांपते हुए हमला करने का फैसला लिया।

सेंटकॉम ने बताया, 26 फरवरी को शाम 4:45 बजे यूएस सेंट्रल कमांड के बलों ने तीन मानव रहित सतह जहाजों, दो मोबाइल एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों, और आत्मरक्षा में एक तरफा हमला मानव रहित हवाई वाहन को नष्ट कर दिया।’

पिछले हफ्ते भी किया मिसाइल को नष्ट
अमेरिकी मध्य कमान ने कहा कि पिछले हफ्ते 19 फरवरी को शाम लगभग पांच बजे बलों ने यमन के हूती नियंत्रित क्षेत्रों में हवा में हमला करने वाली मिसाइल का पता लगाया और उसे नष्ट कर दिया।’

अमेरिका को बना रहा निशाना
बता दें, गाजा में हो रहे इस्राइल हमलों से मध्यपूर्व बौखलाया हुआ है। मध्यपूर्व गाजा में हो रहे हमलों का कारण अमेरिका को मानता है। इसी वजह से हूती विद्रोही अदन की खाड़ी में व्यापारिक जहाजों के खिलाफ हमले कर रहे हैं। साथ ही कभी ईरान तो कभी जॉर्डन को कभी सीरिया में अमेरिकी सेना और अमेरिकी प्रतिष्ठानों पर हमले हो रहे हैं। हाल ही में तुर्किये में दो बंदूकधारी एक अमेरिकी कंपनी में घुस गए, उन्होंने कंपनी में मौजूद सात लोगों को को बंधक बना लिया था।

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