दिव्यांग को पिटवाने वाले एडीएम को हटाया

खबर लगते ही शिवराज ने लिया एक्शन
इंदौर। एडीएम (ADM) पर मोबाइल (Mobile) फेंकने वाले एक दिव्यांग (Divyang) को थप्पड़ मारने और पिटवाने वाले एडीएम पवन जैन (ADM Pawan Jain) को मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने तत्काल प्रभाव से इंदौर से हटाकर भोपाल पदस्थ करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के जन्मदिन (Birthday) के उपलक्ष्य में शुरू हुए जन सहायता शिविर (Jan Help Camp) में पहुंचे 28 वर्षीय कृष्णा पिता दीपक पाठक, जो जन्म से ही मानसिक और शारीरिक दिव्यांग है, ने सुनवाई नहीं होने के चलते गुस्से में अपना मोबाइल फोन टेबल पर फेंका जो तीन हिस्सों में बिखरते हुए एडीएम पवन जैन को जाकर लगा। इस हरकत से भडक़े अधिकारी ने न केवल दिव्यांग को लताड़ा बल्कि अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए सुरक्षा के लिए तैनात होमगार्ड जवानों से पिटवा दिया। इस बात की खबर लगते ही मुख्यमंत्री ने तत्काल एडीएम को हटाने के निर्देश जारी किए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में शुरू हुए जन सहायता शिविर के टारगेट अधिकारियों के लिए सिरदर्द बन रहे हैं। इसी दबाव के चलते ऐसी घटनाएं हो रही हैं।

बीमारी के साथ ही अकेलेपन से पीडि़त है कृष्णा
सेरेबल पॉलिसी नामक मानसिक बीमारी से पीडि़त कृष्णा उर्फ सोनू पाठक परिवार द्वारा अकेला छोड़ देने से व्यथित है। सांईबाबा कालोनी में 15 बाय 50 का मकान होने के बावजूद वह अपनों के आसरे के लिए तरस रहा है। दोनों पैर और एक हाथ से काम करने में असहाय कृष्णा बौद्धिक दिव्यांग भी है। अकेलेपन के शिकार कृष्णा ने अग्निबाण को बताया कि दस वर्ष पहले मां और भाई उसे अकेला छोडक़र दूसरे शहर चले गए थे। तब से वह दो वक्त के खाने के लिए भी दूसरों पर निर्भर है। हाल ही में अधिकारियों ने बीपीएल कार्ड बनवाकर मदद तो की, लेकिन दादा के नाम पर दर्ज पुश्तैनी मकान को अपने नाम पर करने के लिए कई आवेदन देने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो कल वह अपना आपा खो बैठा।

पहले सिपाहियों ने दुव्र्यवहार किया, फिर भडक़ा तो पिटा
सोनू पाठक के व्यवहार से नाराज एडीएम जैन अब इस घटना को नकार रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि नीचे तल मंजिल से लेकर उक्त दिव्यांग जनसुनवाई कक्ष तक जैसे-तैसे पहुंचा और उसे सिपाहियों ने रोका तो वह वहीं क्रोधित हो गया था। आनन- फानन में व्हील चेयर बुलाकर एडीएम के समक्ष पेश किया गया तो वह आपा खो बैठा। घटना के बाद अधिकारी ने कलेक्टर कक्ष के बाहर सिपाहियों से दिव्यांग को पिटवाया, जिसके चलते वह व्हील चेयर से नीचे गिर गया और उसके कागजात भी बिखर गए। उसके बाद कर्मचारियों ने उसे कलेक्टर कार्यालय के बाहर निकाल दिया।

पूर्व में भी सस्पेंड हो चुके है अधिकारी
पूर्व में भी मुख्यमंत्री 2016 में पवन जैन को सस्पेंड कर चुके थे। मगर कांग्रेस सरकार में उन्होंने इंदौर पोस्टिंग करवा ली। दूसरी तरफ कलेक्टर मनीष सिंह खुद दिव्यांगों से लेकर गरीबों के प्रति लगातार संवेदनशीलता दिखाते रहे हैं। यहां तक कि पिछले दिनों दिव्यांगों को क्रिकेट किट और विशेष साइकिल भी उपलब्ध कराई, जिसके चलते उनका चयन क्रिकेट टीम में भी हुआ। कलेक्टर मनीष सिंह ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जो गरीबों-दिव्यांगों के साथ दुव्र्यवहार करेंगे।

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