शेयर बाजार ने आखिरी चंद घंटों में लगाया गोता तो निवेशकों के डूब गए नौ लाख करोड़, गिरावट के 4 कारण

नई दिल्‍ली (New Dehli) । कई दिनों की रिकॉर्ड (record)तेजी के बाद बुधवार को भारतीय शेयर बाजारों (indian stock markets)में मुनाफा (profits)वसूली का जबरदस्त (Awesome)दबाव दिखा। सुबह के कारोबारी सत्र में ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी तेजी से धड़ाम हो गए। ये भारी गिरावट दोपहर बाद के कारोबारी सत्र में देखने को मिली। मुनाफे की उम्मीद लगाए बैठे निवेशकों के नौ लाख करोड़ रुपये चंद घंटों में भी डूब गए।

सुबह जोरदार शुरुआत: शेयर बाजारों में कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ हुई थी और जल्द ही सेंसेक्स 475.88 अंक तक उछलकर 71,913.07 अंक के अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। इसी तरह निफ्टी भी कारोबार की शुरुआत में 139.9 अंक चढ़कर 21,593 के अपने रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया। कारोबार के अंतिम घंटों में बिकवाली का दबाव बढ़ने और कोरोना से जुड़ी खबरें आने के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी, जिसकी वजह से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली।

इनके शेयर सबसे ज्यादा टूटे: बाजार में चौतरफा गिरावट का आलम यह रहा कि सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से सिर्फ एचडीएफसी बैंक ही बढ़त में रही। बाकी सभी 29 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। टाटा स्टील में सबसे अधिक 4.21 फीसद की गिरावट रही।

एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक, पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो और जेएसडब्ल्यू स्टील में भी गिरावट आई। व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप में 3.42 फीसद और मिडकैप में 3.12 फीसद की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। कुल 3,177 शेयर गिरावट में रहे जबकि 658 लाभ और 86 शेयर अपरिवर्तित रहे।

मार्केट कैप घटा: आंकड़ों के अनुसार, एक दिन पहले बीएसई का मार्केट कैप 3,59,11,728.30 करोड़ रुपये था, जो इस बड़ी गिरावट के बाद 3,49,79,477.94 करोड़ रुपये पर आ गया। बीएसई का मार्केट कैप 9,32,250.36 करोड़ रुपये घट गया।

किस क्षेत्र में कितनी गिरावट

यूटिलिटी 4.65 फीसद

टेलीकॉम 4.36 फीसद
ऊर्जा 4.33 फीसद

सर्विस सेक्टर 4.20 फीसद
कमोडिटीज़ 3.51 फीसद

मेटल 3.57 फीसद
ऑटो 2.30 फीसद

तेल एवं गैस: 2.30 फीसद

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि बीते कुछ कारोबारी सत्रों में बाजार ने अक्रामक तेजी दिखाई थी, जिसके चलते मुनाफावसूली होने की संभावना पहले से बनी हुई थी। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का मूल्यांकन अधिक हो जाने से निवेशकों ने मुनाफा काटा। निफ्टी में और गिरावट जारी रह सकती है। 26 अक्टूबर के बाद शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है।

गिरावट के प्रमुख कारण

1. शेयर बाजार खरीदारी सबसे ऊपरी स्तर पर

2. इससे निवेशकों पर बिकवाली का दबाव बना
3. कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी

4. कोरोना के बढ़ते मामलों से भी बिकवाली बढ़ी

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