भैंसों के वितरण में घपलेबाजी की आशंका

  • मुख्यमंत्री दुधारु पशु प्रदाय योजनांतर्गत सहरिया हितग्राहियों को प्रदाय की गयी भैंसे

गुना। उपसंचालक पशु पालन एवं डेयरी विभाग डॉ. आर.के.त्यागी ने बताया कि गुना जिले में गुना विकास खण्ड के 9 सहरिया परिवारों को मुख्यमंत्री दुधारु पशु प्रदाय योजना में 90 प्रतिशत अनुदान पर गुना विधायक श्री गोपीलाल जाटव द्वारा भैंस प्रदाय की गई। सभी हितग्राहियों द्वारा भैंस का तीन टाइम का दुग्ध निकालकर देखा। भैंस का दुग्ध उत्पादन 8 लीटर प्रतिदिन के मान से देखकर भैंस प्राप्त की गई। उपरोक्त भैंस पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम भोपाल द्वारा प्रदाय की गई है। उपरोक्त सभी हितग्राहियों को 9 क्विंटल पशु आहार का वितरण कलेक्टर श्री फ्रेंक नोबल ए. के मार्गदर्शन में प्रदाय किया गया है। सभी हितग्राहियो का दूध सांची दुग्ध संघ द्वारा क्रय किया जायेगा एवं राशि हितग्राही के बैंक खाते में प्रतिमाह जमा की जायेगी। उपरोक्त हितग्राहियों को तीन माह पश्चात दूसरी भैंस प्रदाय की जावेगी।

दूसरी भैंस हितग्राहियों को 3 महीने बाद दी जाएगी
मुख्यमंत्री दुधारू पशु योजना अंतर्गत 9 आदिवासी परिवारों को 90त्न अनुदान पर 9 भेजें प्रदान की गई है जिनमें 2,23 लाख लोन स्वीकृत हुआ है जिसमें से 23000 हितग्राही से जमा कराया है बाकी राशि 200000 अनुदान स्वरूप माफ हुई है। विभाग के द्वारा प्रत्येक हितग्राही को 9 कुंटल पशु आहार भी दिया जाएगा फिलहाल एक कुंटल आहार एक हितग्राही को दिया है दूसरी भैंस हितग्राहियों को 3 महीने बाद दी जाएगी।

भैंसैं एक लाख रुपए कीमत पर दी गई हैं
विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि भैंसों के लोन वितरण में नेताओं की महती भूमिका रही है बताया जाता है कि कुछ आदिवासी परिवार जो कि भाजपा नेताओं के यहां हाली के तौर पर कार्य करते हैं उनको लोन दिया गया है, वहीं सूत्र यह भी बताते हैं कि जो भेंसें आदिवासी परिवारों को प्रदान की गई है उनकी कीमत बाजार में महज 50 से 60 हजार है और आदिवासी परिवारों को वह भैंसैं एक लाख रुपए कीमत पर दी गई हैं। आम जनता ने आदिवासी परिवारों को दी गई भैंसों की धमकी जांच की मांग की है।

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