जीवन में संतुलन के लिए प्रकृति संरक्षण जरूरी

– योगेश कुमार गोयल विश्वभर में आधुनिकीकरण और औद्योगिकीकरण के चलते प्रकृति के साथ बड़े पैमाने पर खिलवाड़ हो रहा है। प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन और प्रकृति के साथ निर्मम खिलवाड़ का ही नतीजा है कि पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ने के कारण मनुष्यों के स्वास्थ्य पर तो प्रतिकूल प्रभाव पड़ ही रहा है, जीव-जंतुओं की … Read more

औद्योगीकरण और यूपी का ग्लोबल अध्याय

– डॉ. दिलीप अग्निहोत्री कृषि के लिए उपजाऊ जमीन के अलावा खाद और पानी की भी आवश्यकता होती है। इनमें से किसी भी तत्व का अभाव या कमी हो तो अच्छी फसल की उम्मीद नहीं की जा सकती। इसी प्रकार उत्तम निवेश और औद्योगीकरण के लिए भी आवश्यक तत्व होते हैं। यह हैं- कानून व्यवस्था, … Read more