जब विकास एक जन-आंदोलन बन गया
– जी. किशन रेड्डी यह देश प्राचीन सांस्कृतिक विरासत की ऐसी आधारशिला पर बना है, जहां वैदिक काल में हमें केवल एक ही मंत्र बताया जाता था… जिसे हमने सीखा है, जिसे हमने याद किया है – “संगच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसि जानताम्” – हम साथ चलते हैं, हम साथ आगे बढ़ते हैं, हम साथ … Read more