विवाह भारतीय समाज की मजबूती का आधार

– हृदयनारायण दीक्षित आधुनिक सभ्यता के प्रभाव शुभ नहीं हैं। जीवन के सभी आयामों में आधुनिकता का बुरा प्रभाव पड़ रहा है। परिवार खूबसूरत संस्था है। लेकिन आधुनिकता की चपेट में है। वस्तुतः आधुनिकता प्राचीनता का ही हिस्सा है और उसी का विकास है। भारत प्राचीन सभ्यता है। इस सभ्यता का सतत् विकास हुआ है। … Read more

‘भारतीय रेल आधुनिकता की रफ्तार पर बढ़ती रहेगी आगे’, वंदे भारत को हरी झंडी दिखाकर बोले PM मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अहमदाबाद (Ahmedabad) में 85,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेल परियोजनाओं (rail projects) की आधारशिला रखी और उन्हें राष्ट्र को समर्पित (dedicated nation) किया। साथ ही 10 वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय … Read more

पर्यावरण संरक्षण से ही होगी पृथ्वी की सुरक्षा

– रमेश सर्राफ धमोरा हमारी धरती, जनजीवन को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण का सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है। पूरी दुनिया आधुनिकता की ओर बढ़ रही हैं। दुनियाभर में हर दिन ऐसी चीजों का इस्तेमाल बढ़ रहा है जिससे पर्यावरण खतरे में है। इंसान और पर्यावरण के बीच गहरा संबंध है। प्रकृति के बिना जीवन … Read more

आज आधुनिकता की अंधी दौड़ से परिवार बिगड़ रहे हैं

तराना। आज आधुनिकता की अंधी दौड़ में हमारे परिवारों में संस्कारों की कमी आ रही है व इससे परिवारों में विघटन हो रहा है, परिवार छोटे होते जा रहे हैं। पहले संयुक्त परिवारों में सभी परस्पर प्रेम से रहते थे व बच्चों को दादा-दादी, नाना-नानी या काका-काकी से घर के संस्कार मिलते थे। कोई भी … Read more

वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है हिन्दी की ताकत

– योगेश कुमार गोयल आधुनिकता की ओर तेजी से अग्रसर कुछ भारतीय आज भले ही अंग्रेजी बोलने में अपनी आन, बान और शान समझते हों किन्तु सच यही है कि हिन्दी ऐसी भाषा है, जो प्रत्येक भारतवासी को वैश्विक स्तर पर मान-सम्मान दिलाती है। सही मायनों में विश्व की प्राचीन, समृद्ध एवं सरल भाषा है … Read more

संवत्सर सृष्टि सृजन की सुमंगल मुहूर्त

– हृदयनारायण दीक्षित खुमारी के प्रभाव में आलस्य भी होता है। आधी नींद और आधा जागरण साथ-साथ चले तो खुमारी। ईसा के नववर्ष पर कहीं दारू भी जमकर चली। आज नववर्ष का दूसरा दिन है। कल से आज तक हैप्पी न्यू ईयर की शुभकामनाएँ जारी हैं। हैप्पी बोलने का अपना मजा है और सुनने का … Read more

करवा चौथः आधुनिकता के बीच संस्कृति का सम्मान

– रंजना मिश्रा भारतीय महिलाएं प्राचीनकाल से पति व संतानों के लिए अनेकों व्रत और पूजा-पाठ करती रही हैं। आधुनिक युग में भी जब स्त्रियां जीवन के हर क्षेत्र में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं, अपनी संस्कृति और परंपराओं का भी वे उसी प्रकार भली-भांति निर्वाहन कर रही हैं। यही भारतीय … Read more