स्वभाषाओं का स्वागत लेकिन….?
– डॉ. वेदप्रताप वैदिक यह खुश खबर है कि देश के आठ राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कालेजों में अब पढ़ाई का माध्यम उनकी अपनी भाषाएँ होंगी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की पहली वर्षगांठ पर इस क्रांतिकारी कदम का कौन स्वागत नहीं करेगा? अब बीटेक की परीक्षाओं में छात्रगण हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, गुजराती, मलयालम, … Read more