प्रासंगिक है भगवान महावीर का अहिंसा दर्शन

– योगेश कुमार गोयल ‘अहिंसा परमो धर्मः’ सिद्धांत के लिए जाने जाते रहे भगवान महावीर का अहिंसा दर्शन आज के समय में सर्वाधिक प्रासंगिक और जरूरी हो गया है क्योंकि वर्तमान समय में मानव अपने स्वार्थ के वशीभूत कोई भी अनुचित कार्य करने और अपने फायदे के लिए हिंसा के लिए भी तत्पर दिखाई देता … Read more

जयंती विशेष: आज भी प्रासंगिक है प्रेमचंद का साहित्य

– डॉ. वंदना सेन महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद का साहित्य कालजयी है। उन्होंने देश और समाज के बारे में गंभीर चिंता करते हुए अपनी लेखनी चलाई। समाज की जटिलताओं को कहानी और उपन्यासों के माध्यम से जिस प्रकार से प्रस्तुत किया है, उसके बारे में निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि वे आज … Read more

प्रासंगिक है नव भारत साक्षरता कार्यक्रम

– गणेश कुमार राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में निहित व्यापक और गहरे परिप्रेक्ष्य के साथ ही भविष्य के भारत के सरोकारों के संबंध में ‘नव भारत साक्षरता कार्यक्रम’ की प्रासंगिकता अतिमहत्वपूर्ण है। भविष्य के शिक्षित भारत की कल्पना वास्तव में तभी साकार होगी जब भारत के सभी नागरिक सुशिक्षित और सुसाक्षर होंगे । राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 … Read more

महावीर जयंती: प्रासंगिक हैं तीर्थंकर भगवान महावीर के विचार

– योगेश कुमार गोयल ‘अहिंसा परमो धर्म’ का सिद्धांत प्रतिपादित करने वाले भगवान महावीर का अहिंसा दर्शन आज सर्वाधिक प्रासंगिक और जरूरी प्रतीत होता है, मानव अपने स्वार्थ के वशीभूत कोई भी अनुचित कार्य करने और अपने फायदे के लिए हिंसा के लिए भी तत्पर दिखाई देता है। प्रतिवर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की … Read more

प्रासंगिक हैं जन-जन के श्रीराम

– सुरेन्द्र किशोरी दुनिया में जहां कहीं भी सनातन धर्मावलंबी हैं, वहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की पूजा आदर्श के रूप में होती है। खासकर भारतीय धर्म-संस्कृति में भगवान श्रीराम का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। कोटि-कोटि हृदयों में प्रभु श्रीराम के प्रति गहन आस्था है। राष्ट्र जागरण एवं विश्व परिवर्तन के वर्तमान परिवेश में वह और … Read more

भारत-फ्रांस की भागीदारी अधिक प्रासंगिक, हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए हमारे संबंध महत्वपूर्ण: एस जयशंकर

डेस्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने शुक्रवार को कहा कि भारत इंडो-पैसिफिक बिजनेस फोरम (Indo- Pacific Business Forum) के चौथे संस्करण की सह-मेजबानी करके प्रसन्न है. भारत इंडो-पैसिफिक को एक स्वतंत्र, खुले समावेशी क्षेत्र के रूप में देखता है जो प्रगति और समृद्धि की एक साझा खोज में सभी को … Read more

संयुक्त राष्ट्र को प्रासंगिक बने रहने की नसीहत

– प्रमोद भार्गव संयुक्त राष्ट्रसंघ महासभा की 76वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमेरिका की धरती से स्वयं को चाय बेचने वाला बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी रेलवे स्टेशन की चाय-दुकान पर अपने पिता की मदद करता था, वह आज चौथी … Read more

Facebook से मिलता है Myanmar की सेना को दुष्प्रचार करने का बढ़ावा

वाशिंगटन। अधिकार समूह ग्लोबल विटनेस (Global Witness) की नई रिपोर्ट  (Report) के अनुसार फेसबुक सैन्य दुष्प्रचार (Facebook military propaganda) और अन्य सामग्री को बढ़ावा देता है, जो म्यांमार (Myanmar ) में फरवरी में सेना द्वारा तख्तापलट करने के बाद कंपनी (company) की खुद की नीतियों का उल्लंघन (infringement)  है। रिपोर्ट में कहा गया है कि … Read more

सेक्युलर शब्द भारत के लिए प्रासंगिक नहीं: मनमोहन वैद्य

अहमदाबाद/नागपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा कि सेक्युलर शब्द बहुत प्रचलित है लेकिन यह हमारे देश के लिए प्रासंगिक नहीं है।  गुजरात के अहमदाबाद स्थित माधव स्मृति न्यास के तत्वावधान में “धर्मचक्र प्रवर्तनाय” विषय पर आयोजित दो दिवसीय व्याखान के समापन कार्यक्रम को शनिवार को संबोधित करते हुए … Read more

एकात्म दर्शन सदैव प्रासंगिक है

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि (11 फरवरी) पर विशेष – प्रभात झा अजातशत्रु पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शताब्दी वर्ष 2016 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में मनाया गया। वे 20वीं शताब्दी के वैचारिक युग पुरुष थे। उन्होंने भारत के जन-गण-मन का मर्म जाना था। वे एकात्म मानव दर्शन के प्रणेता थे। उन्होंने … Read more