ये डिजिटल सहाफत का दौर है साब इसमे क़लम नहीं टेक्निक चलती है
आज तू है, कल कोई और होगा ये भी एक दौर है, वो भी एक दौर होगा। सहाफत (पत्रकारिता) में किस कदर का बदलाव आ चुका हेगा भाई मियां के हम जैसे ओल्ड माडिल के क़लम घिस्सु सहाफत की इस नई डिजिटल जमात के सामने तो एकदम अनपढ़ ही हैं। दरअसल ये डिजिटल या मोबाइल … Read more