आज गुरु पूर्णिमा पर विशेष- सहज योग में आत्मसाक्षात्कार पाकर आप भी बन सकते हैं स्वयं के गुरु

हर मनुष्य में जन्म से गुरु की शक्ति मौजूद होती है जो हमारे पेट अर्थात भवसागर में स्थित रहती है..जब हमारे अंदर कुंडलिनी शक्ति का जागरण होता है तो गुरु की शक्ति भी जागृत हो जाती है और परिणाम में हमारे हाथों में शीतल चैतन्य लहरियाँ आती हैं एवं हम स्वयं के गुरु बन जाते … Read more