दीपपर्व: दीपावली एक उत्प्रेक्षा है

– प्रो. रवींद्र नाथ श्रीवास्तव ‘परिचय दास’ दीपावली एक मंगल है। दीपावली एक उत्प्रेक्षा है। उस बहाने हम जीवन के रंग-बिरंगे पहलुओं पर सोच पाते हैं। ऐसे पर्व जीवन को उत्सव बना देते हैं। आजकल ‘उत्सव’ शब्द काफी चला हुआ लगता है परंतु मनुष्य की उत्सवधर्मिता का अंत नहीं। बाहरी और भीतरी दोनों तरह के … Read more