अभिव्यक्ति विचार मंच के कार्यक्रम में साहित्यकारों ने सुनाई अपनी रचना..सम्मान हुआ

नागदा। बुलंद मशालों के बीच जलते छोटे दीयों के लिए ओट जरुर बनिएं ताकि तेज हवाएं उन्हें बुझा न दें इसलिए उनमें तेल बाती बनी रहे। नगर सहित बाहरी क्षेत्रों की प्रतिभाओं के दीपक हमेशा प्रज्जवलित रहें इसलिए अभिव्यक्ति विचार मंच पिछले दो दशकों से तेल-बाती की भूमिका निभा रही है। यह बात नगर की … Read more