पांच का टेबल न सुनाने पर शिक्षिका ने UKG के छात्र को दी ‘तालिबानी सजा’

मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) । उत्‍तरप्रदेश में मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar in Uttar Pradesh) के एक स्कूल में 7 साल के बच्चे को 5 पहाड़ा न सुनाने पर अजीब सजा दी गई। शिक्षिका (teacher) ने छात्र को उसके सहपाठियों से पिटवाया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्बापुर गांव स्थित नेहा पब्लिक स्कूल में पांच का पहाड़ा नहीं सुनाने पर शिक्षिका ने यूकेजी के छात्र की उसके सहपाठियों से पिटाई करा दी। इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। वायरल वीडियो में शिक्षिका गाली देती हुई नजर आ रही है। वहीं, इस मामले में बीएसए शुभम शुक्ला ने कहा कि वीडियो की जांच कराई जा रही है। महिला शिक्षिका और प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में शिक्षिका एक बच्चे को कक्षा में खड़ा कर अन्य बच्चों से थप्पड़ लगवा रही हैं। पांच का पहाड़ा नहीं सुनाने पर दी गई सजा में बारी-बारी से अन्य छात्र आते हैं और छात्र की पिटाई करते हैं। पीड़ित बच्चा विशेष समुदाय का बताया जा रहा है। साथ ही शिक्षिका एक युवक से बात कर रही हैं और आपत्तिजनक शब्द बोल रही हैं। वीडियो में गाली भी सुनाई दे रही है। वीडियो वायरल होते ही शिक्षिका तृप्ता त्यागी के व्यवहार की निंदा शुरू हो गई। वहीं, बीएसए ने 34 सेकेंड के इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू करा दी है। पीड़ित छात्र के पिता का कहना है कि वह कार्रवाई चाहते हैं।

सीओ खतौली डॉ. रवि शंकर शर्मा का कहना है कि वीडियो की जांच कराई है। शिक्षिका अपने घर में स्कूल संचालित करती है। स्कूल का काम न करने पर शिक्षिका ने बच्चे की दूसरों बच्चों से पिटाई कराई है। शिक्षिका द्वारा वीडियो में आपत्तिजनक बात बोली जा रही है। मामले में तहरीर ली जा रही है।

खुब्बापुर प्रधान मनोज कुमार का कहना है कि शिक्षिका दिव्यांग है, जो बच्चों से पहाड़े सुनने के समय खड़ी नहीं हो पाई थी और उसने दूसरे बच्चे से पीड़ित बच्चे को थप्पड़ लगवा दिए। बच्चे के परिवार के ही सदस्य ने यह वीडियो बनाई है, जिसका कुछ भाग काट दिया गया है। आरोपी शिक्षिका के पारिवारिक सदस्य विष्णु का कहना है कि शिक्षिका दिव्यांग है। जब वह बच्चों से थप्पड़ लगवा रही थी तो पीड़ित बच्चे का पारिवारिक सदस्य भी वहां पर मौजूद था। पूर्व प्रधान दुष्यंत त्यागी का कहना है कि शिक्षिका की कोई गलत भावना नहीं थी। शिक्षिका बच्चों के सुधार के लिए ही कर रही थी। उस समय बच्चे का परिजन भी वहां मौजूद था।

एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया है कि टीचर एक मुसलमान बच्चे को क्लास के बाकी बच्चों से पिटवा रही है और इस पर फक्र भी कर रही है। बच्चे के पिता ने उसे स्कूल से निकाल दिया और लिखित में दे दिया कि वो कोई करवाएंगे। उन्होंने लिखा कि बाकी जगह तो तुरंत एक्शन ले लेता है, यहां क्या हो गया? एक नोटिस तक जारी नहीं किया। बच्चों पर ज़ुल्म हो रहा है, लेकिन पुलिस आरोपी को जाने देती है। ऐसे में पुलिस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा कि भाजपा की मध्य प्रदेश सरकार ने एक छोटी सी बात पर एक स्कूल पर बुलडोजर चला दिया था। यहां एक बच्चे को उसके मजजहब की बुनियाद पर पीटा जा रहा है, और एक कड़ी निंदा वाला ट्वीट तक नहीं आता।

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