जिलेभर में फल फूल रहा अवैध खनन का धंधा खनन का धंधा

गुना। कलेक्टर द्वारा खनिज रेत के अवैध परिवहन के प्रकरण में ट्रैक्टर-ट्राली के मालिक के विरूद्ध 29750 रूपये प्रशमन राशि सहित शास्ति अधिरोपित किये जाने के आदेश जारी किए गए हैं। खनिज अधिकारी द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन अनुसार 03 फरवरी 2023 को मौका स्थल ग्राम देवमढी पर खनिज रेत के अवैध परिवहन पर कार्यवाही के दौरान वाहन चालक/ मालिक बलवीरसिंह रघुवंशी पुत्र पहलवान रघुवंशी निवासी ग्राम देवमढी तहसील आरोन जिला गुना से वाहन बिना नंबर की एक ट्राली के संबंध में खनिज रेत मात्रा 02 घ0मी0 से संबंधित अभिवहन पारपत्र की मांग की गई। अनावेदक वाहन चालक/ मालिक द्वारा अभिवहन पारपत्र पेश नहीं किया गया। अनावेदक द्वारा किये गये कृत्य के लिये खनिज प्रावधान अनुसार वाहन बिना नंबर की एक ट्राली मय खनिज जप्त कर पुलिस थाना आरोन में प्रकरण दर्ज किया गया। खनिज अधिकारी जिला गुना द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर जप्त वाहन के स्वामी को विधिवत उक्त आशय का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।


संपूर्णं प्रकरण में कलेक्टर द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों का म.प्र. खनिज नियम (अवैध खनन, परिवहन तथा भण्डारण का निवारण) नियम 2022 एवं अनावेदक द्वारा प्रस्तुत जबाब के परिप्रेक्ष्य में सूक्ष्मता से अवलोकन उपरांत खनिज अधिकारी जिला गुना को निर्देशित किया गया कि बलवीर सिंह पुत्र पहलवान रघुवंशी निवासी ग्राम देवमढ़ी तहसील आरोन जिला गुना द्वारा चालान के माध्यम से जमा 28,750/- (अटठाईस हजार सात सौ पचास रुपये) एवं प्रशमन राशि 1,000/- (एक हजार रूपये) जमा हो जाने पश्चात तथा बिना नंबर की ट्राली के वैध दस्तावेज पेश करने के पश्चात जप्तशुदा वाहन बिना नंबर दो की एक ट्राली को मय खनिज यदि किसी अन्य प्रकरण में वाहन की आवश्यक न होने पर विधिवत मुक्त करने की विधि संगत कार्यवाही करें।

जिलेभर में फल-फूल रहे माफिया नदी नालों का सीना छलनी
बताया जाता है कि जिले भर की नदी नालों का सीना छलनी कर के खनिज माफिया रेत निकाल रहे हैं सरकारी व वन भूमि से जमकर पत्थर मुरम का अवैध उत्खनन हो रहा है जिले के मुखिया जिला अफसरों पर अपनी छत्रछाया बनाया बनाए हुए हैं जिसके चलते माफिया करोड़ों रुपए का अवैध खनिज सामान जमीन से बाहर निकालकर ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं जिनमें प्रशासनिक अफसरों का भी उचित हिस्सा रहता है जिसके चलते कार्यवाही नहीं हो पाती। सूत्र बताते हैं कि खनिज माफियाओं को नेताओं का संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते अगर बाहनों पर पुलिस प्रशासनिक अफसरों के द्वारा कार्यवाही भी की जाती है तो फिर नेताओं के फोन के आगे अफसरों को वाहन छोडऩा ही पड़ता है।
बताया यह भी जाता है कि खनिज माफियाओं ने लीज से हटकर कई गुना अधिक जमीन खोद दी है सिंध, पार्वती नदी के अलावा छोटे-मोटे नदी नालों से चौबीसों घंटे रेत निकाली जा रही है लेकिन लेनदेन की प्रथा के चलते ठोस कार्यवाही नहीं हो पा रही।

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