निगम के पास नई सडक़ें बनाने के लिए पैसा नहीं, लेकिन पुरानी को बिगाडऩे के बाद सुधारते भी नहीं

इंदौर। नगर निगम (Nagar Nigam) नई सडक़ें बनाने से इसलिए कतरा रहा है, क्योंकि पैसा नहीं है और ठेकेदार भी काम करने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में ड्रेनेज और नर्मदा लाइनें बिछाने के नाम पर सडक़ों का कबाड़ा किया जा रहा है। नई सडक़ें भी खोदकर पटक दी गई हैं। शहर में 20 से ज्यादा स्थानों पर सडक़ें खोदी गई थीं, लेकिन कंपनियों ने उनके सुधार कार्य नहीं कराए।

नगर निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह ने पिछले दिनों एक बैठक के दौरान सभी विभाग प्रमुखों के साथ-साथ अफसरों को भी फटकार लगाई थी कि वे ड्रेनेज और नर्मदा के साथ-साथ कई अन्य विकास कार्यों के लिए कार्य करने वाली एजेंसियों से सुधार कार्य पूरे करवाएं। कई स्थानों पर ड्रेनेज और नर्मदा की लाइनों के लिए नई सडक़ें खोदी गई थीं। काम पूरे होने के बाद वहां सडक़ सुधारने के नाम पर कंपनियां बहानेबाजी कर रही हैं और इसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। शहर में करीब 20 से ज्यादा ऐसे स्थान हैं, जहां लाइनों के काम पूरे होने के बाद न तो कंपनियां सडक़ों को सुधार रही हंै और न ही निगम अधिकारी उन पर कार्रवाई कर रहे हैं। निगम ने हाल ही में महू नाका से गंगवाल तक जाने वाली नई सीमेंटेड सडक़ को ड्रेनेज लाइन बिछाने के लिए खोदना शुरू कर दिया है। वहां जगह-जगह सडक़ के कई हिस्से पाइंट बनाकर खोदे गए हैं। यही हाल भगतसिंह प्रतिमा राजमोहल्ला से लेकर मालगंज तक के हिस्से में भी है। दोनों ही स्थानों पर ड्रेनेज और नर्मदा लाइनों के काम चल रहे हैं।

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