सरकार ने गेहूं का रेट सिर्फ 40 रुपए क्विंटल बढ़ाया, इसलिए किसानों ने फसल मंडियों में ही बेचने का मन बनाया

समर्थन को नहीं मिला समर्थन

इंदौर सहित पूरे प्रदेश में समर्थन मूल्य पर पंजीयन कराने से पीछे हट रहे किसान

इंदौर । शासन द्वारा इस वर्ष भी सरकारी गेहूं खरीदी (buy wheat) का रेट पिछले साल (Last year) के मुकाबले मात्र 40 रुपए क्विंटल (quintal) ही बढ़ाया गया है, जिसके कारण किसानों (farmers) ने मंडियों (Mandis) में गेहूं बेचने की तैयारी कर ली है। इंदौर (Indore) ही नहीं, पूरे मध्यप्रदेश के किसान सरकारी रेट पर गेहूं बेचने से पीछे हट रहे हैं। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालक दीपक सक्सेना द्वारा इंदौर (Indore) सहित पूरे प्रदेश के कलेक्टरों को समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी पंजीयन करने की तिथि 5 दिन बढ़ाते हुए निर्देश दिए हैं कि ऐसा प्रयास करें कि ज्यादा से ज्यादा किसान सरकारी रेट पर गेहूं बेचें। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी गांव-गांव में जाकर किसानों को जागरूक करें।

मंडी में 2600 रुपए क्विंटल तक बिक रहा गेहूं…सरकारी रेट 2015 रुपए क्विंटल

शासन का 10 मार्च तक पंजीयन करने की और तारीख बढ़ाने के पीछे मकसद है कि और ज्यादा से ज्यादा किसान पंजीयन कराएं, लेकिन गेहूं का रेट ज्यादा नहीं बढ़ाने से ऐसा लग नहीं रहा है कि सरकार को जितनी उम्मीद है, उतने किसान पंजीयन कराने आगे आएंगे। सरकार द्वारा पिछले वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 1975 रुपए प्रति क्विंटल की गई थी, जिसे 40 रुपए बढ़ाकर इस वर्ष 2015 रुपए क्विंटल कर दी गई है, जबकि लक्ष्मीबाई नगर अनाज एवं छावनी मंडी में 2375 रुपए क्विंटल से लेकर 2600 रुपए क्विंटल तक गेहूं बिक रहा है। मंडी और बाजारों में गेहूं की कीमत ज्यादा मिलने के कारण ही किसान सरकारी रेट पर गेहूं बेचने से कन्नी काटते हैं।

पूरे प्रदेश की मंडियों में ज्यादा रेट में बिक रहा गेहूं

इंदौर ही नहीं, पूरे मध्यप्रदेश की मंडियों में गेहूं सरकारी रेट से ज्यादा कीमत पर बिक रहा है। 2 साल से महामारी के कारण अनाज मंडियां बंद थीं, इसलिए बढ़-चढक़र किसान सरकारी रेट पर गेहूं बेचने को विवश थे और ज्यादा से ज्यादा पंजीयन करा रहे थे, लेकिन इस बार महामारी थमने के बाद मंडियां खुल गई हैं, इसलिए किसान सरकारी रेट पर गेहूं बेचने कन्नी काट रहे हैं।

अभी तक 35 हजार से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन

प्रशासन के रिकॉर्ड के मुताबिक इंदौर के शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्र महू, सांवेर, देपालपुर एवं हातोद में अभी तक 35 हजार से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन कराया है। शासन द्वारा पंजीयन के लिए कई सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। तहसील कार्यालय, कृषि मंडी और अन्य खरीदी केंद्रों के साथ-साथ कियोस्क, एमपी ऑनलाइन, सहकारी समितियों, एसएचजी, एफपीओ, साइबर कैफे सहित मोबाइल पर भी घर बैठे पंजीयन कराने की सुविधा दी गई है।

इंदौर जिले में पिछले वर्ष सरकारी रेट पर हुई थी 3 लाख 45 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी

खाद्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इंदौर जिले में पिछले वर्ष समर्थन मूल्य पर 3 लाख 45 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हुई थी। कुल 35 हजार किसानों ने 98 खरीदी केंद्रों के जरिए पंजीयन करवाया था।

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