माँ के कठोर परिश्रम ने बेटी को बनाया अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी..बेटी ने भी रखा मान

  • अग्निबाण विशेष..उज्जैन के खिलाड़ी और उनकी प्रतिभाएं…

उज्जैन। मूलत: उज्जैन की रहने वाली रिना देवी के कठोर परिश्रम ने आज उनकी बेटी खुशी जायसवाल को योग विधा में नेशनल खिलाड़ी बना दिया है। मेहनत, मजदूरी ही उनके परिवार के पालन पोषण का एक जरिया है। फिर भी उनका एक ही सपना है कि उनकी बेटी एक सफल खिलाड़ी बने और अपने देश का नाम रोशन करें, वहीं खुशी भी अपने माता-पिता के सपने को पूरा करने के लिए कोच संतोष सोलंकी के नेतृत्व में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। खुशी खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी अव्वल हैं। स्वयं के सतत अभ्यास के कारण महज 12 साल की उम्र में ही खुशी ने स्टेट लेवल योगासन प्रतियोगिता में अपना कब्जा जमा लिया है। साल 2022 में दिल्ली में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में खुशी को अच्छे खेल प्रदर्शन के लिये बेस्ट अवार्ड भी मिला है। आज नागदा में हो रही जिला स्तरीय स्पर्धा में भाग लेने नागदा पहुंची खुशी ने प्रदर्शन किया।

अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बनना चाहती हैं खुशी
मैं बड़े होकर एक अंतर्राष्ट्रीय योग खिलाड़ी के साथ शैक्षणिक स्तर पर कोच बनना चाहती हूँ। मेरे माता-पिता मुझे हर क्षेत्र में आगे बढऩे के लिए प्रेरित करते हैं। कोच भी मुझे काफी मदद करते हैं। मेरे प्रेरणास्रोत कोच और नेशनल खिलाड़ी संतोष सोलंकी है।

क्या कहते है कोच
कोच व स्पोर्ट्स टीचर संतोष सोलंकी ने बताया कि खुशी योग विधा की शानदार खिलाड़ी है, वह बहुत मेहनती हैं, जो अपनी रोज की दिनचर्या को नियमबद्ध तरीके से पूर्ण करती हैं। ऐसे खिलाड़ी को यदि उचित मार्गदर्शन दिया जाए तो वे अवश्य ही आगे चलकर देश का नाम रोशन करते हैं।

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