मरने से पहले कैदी ने मांगा ऐसा खाना, सुनकर पुलिस के उड़े होश

वाशिंगटन (Washington)। आपने फिल्मों में देखा होगा कि जब किसी कैदी को मौत की सजा  (death sentence for prisoner)दी जाती है, तो उससे पहले उसकी आखिरी ख्वाहिश को पूरा किया जाता है. कई देशों में मौत से पहले पसंदीदा चीज को खाने की इजाजत देने का भी रिवाज है. ऐसा ही 1990 के दौर में अमेरिका में भी किया गया था. यहां एक कैदी से जब पूछा गया कि वो आखिरी चीज क्या खाना चाहता है, तो उसने ऐसी चीज का नाम लिया, कि उसे सुनकर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए. उन्होंने वो चीज तो उसे नहीं खाने दी, बल्कि बदले में उसे सिर्फ दही (Death row inmate given yogurt last meal) खाने को दे दी.

डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार साल 1990 में जेम्स एडवर्ड स्मिथ (James Edward Smith) 37 साल के थे और अमेरिका के टेक्सास (Texas prisoner order dirt to eat) में उन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी. उस दौरान उनका केस काफी चर्चित हुआ था, क्योंकि जेम्स ने आखिर बार भोजन करने के लिए जिस चीज को मांगा था, वो बहुत ही विचित्र थी. उसने एक अफ्रीकी ट्रडिशन (voodoo) को करने के लिए मिट्टी की मांग की थी, जिसे वो खाना चाहता था. इस प्रथा के अनुसार अगर कब्रिस्तान की मिट्टी को खाया जाए, तो इंसान का अगला जन्म सुखद होता है.


खाने को दिया गया दही
टेक्सास डिपार्टमेंट ऑफ क्रिमिनल जस्टिस ने इसे काफी विचित्र खाना मानकर उसे देने से मना कर दिया था. अंत में उसे सादा दही खाने को दिया था. स्मिथ ने साल 1983 में बैंक मैनेजर लैरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. वो ह्यूस्टन के यूनियन नेशनल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के ब्रांच को लूटने गया था.

पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
26 जून 1990 को स्मिथ को एक जहरीला इंजेक्शन देकर मौत के घाट उतारा गया था. वैसे ये एकलौता मामला नहीं है, जब किसी कैदी ने इतने विचित्र आखिरी भोजन की मांग की थी. एक मामला अमेरिका में ही ऐसा भी हुआ था जब.

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