ऐसे तैयार हुआ स्वच्छता सर्वेक्षण का परिणाम, 900 जीबी की पीडीएफ फाइलें दस्तावेजों के रूप में भिजवाई

56 लाख से ज्यादा फोटो खींचे और पौने 2 करोड़ से ज्यादा मिले सुझाव

इंदौर। स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 के परिणाम कल घोषित किए गए। अग्निबाण एकमात्र ऐसा अखबार रहा, जिसने गत वर्ष की तरह इस बार भी सर्वे के परिणाम सबसे पहले उजागर कर दिए। इंदौर के साथ इस बार सूरत को भी नम्बर वन का खिताब मिला। देशभर के 4477 शहरों के बीच यह कड़ी प्रतिस्पर्धा हुई, जिसमें 56 लाख से अधिक फोटो सर्वेक्षण के दौरान खींचे गए और पौने 2 करोड़ नागरिकों ने ऑनलाइन और प्रत्यक्ष में अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। हालांकि जनता से मिली प्रतिक्रिया में इंदौर पीछे रहा और सूरत को ज्यादा अंक मिले। 900 जीबी पीडीएफ दस्तावेजों की फाइलें दिल्ली भेजी गई और नगर निगम ने पूर्व के वर्षों में स्वच्छता को लेकर जो सफलताएं अर्जित की, उसके परिणाम स्वरूप ही वह सातवीं बार नम्बर वन आ सका।

शहरी स्वच्छता का यह आठवां संस्करण है, जिसमें सात बार लगातार इंदौर नम्बर वन आया। मगर गत वर्ष की तरह इस बार भी सूरत ने न सिर्फ कड़ी टक्कर दी, बल्कि इंदौर की बराबरी में आ खड़ा हुआ। एक करोड़ 58 लाख 80 हजार से अधिक लोगों ने फेसबुक, ट्विटर या अन्य तरीके से ऑनलाइन प्रतिक्रियाएं इस सर्वेक्षण के दौरान दीं, तो 19 लाख 82 हजार से अधिक प्रतिक्रियाएं आमने-सामने प्राप्त हुईं। यानि इस तरह पौने 2 करोड़ से अधिक नागरिकों ने स्वच्छता को लेकर अपने सुझाव दिए। इस पूरे सर्वेक्षण के दौरान देशभर से केन्द्रीय मंत्रालय को 56 लाख 26 हजार 805 फोटो प्राप्त हुए। इस बार छावनी बोर्ड भी 61 शामिल किए गए, जिसमें महू केंटोन्मेंट बोर्ड ने बाजी मारी और वह भी नम्बर वन रहा। सर्विस लेवल प्रोग्रेस के मामले में ही इंदौर नगर निगम ने 6 अंक सूरत से ज्यादा हासिल किए, मगर पब्लिक फीडबैक यानि जनता से मिले सुझाव में वह सूरत से पीछे रहा। दरअसल परिणाम घोषित होने के बाद भी सोशल मीडिया पर इंदौर की जनता की भी यही प्रतिक्रिया सामने आई कि इस बार इंदौर एक नम्बर के लायक नहीं था, क्योंकि सफाई व्यवस्था पटरी से उतर गई। जगह-जगह कचरे-कूड़े के ढेर नजर आते हैं। सर्विस लेवल प्रोग्रेस में इंदौर को 4709 तो सूरत को 4703 नम्बर हासिल हुए, लेकिन सिटीजन वाइस स्कोर में सूरत ने बाजी मारी। उसे 2145 नम्बर हासिल हुए तो इंदौर को 2139 नम्बर ही मिल सके। दस्तावेजीकरण में अवश्य इंदौर और सूरत 2500 नम्बरों के साथ बराबरी पर रहा, लेकिन सर्विस लेवल प्रोग्रेस में 6 अंक ज्यादा हासिल कर इंदौर बराबरी पर कायम रहा।

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