ये है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की खास टीम, इन्हीं के कंधों पर है बजट की जिम्मेदारी

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट (Interim Budget) पेश करने वाली हैं. वित्त मंत्री के इस छठे बजट को एक खास टीम ने तैयार किया है. बजट टीम में कई वरिष्ठ अधिकारी और इकोनॉमिस्ट शामिल हैं. आज हम आपको निर्मला सीतारमण की कोर बजट टीम से परिचय करवाने जा रहे हैं. इस अंतरिम बजट की कमान इन्हीं खास लोगों के हाथ में होगी.

सीतारमण भारत के इतिहास में लगातार छठा बजट पेश करने वाली दूसरी वित्त मंत्री बनने वाली हैं. इससे पहले मोरारजी देसाई ने भी 5 पूर्ण और 1 अंतरिम बजट पेश किया था. एक फरवरी को वह मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा से आगे निकल जाएंगी. इन सभी को लगातार 5 बजट पेश करने का मौका मिला था. वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा है कि युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों पर सरकार का फोकस है. इससे उम्मीद बढ़ गई है कि अंतरिम बजट इन्हीं मुद्दों पर केंद्रित होगा. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई करने वाली सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में वाणिज्य और रक्षा विभाग संभाला था. वह कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं.

टीवी सोमनाथन : वित्त मंत्रालय में टीवी सोमनाथन (TV Somanathan) सबसे वरिष्ठ सचिव हैं. सोमनाथन के पास वित्त सचिव की जिम्मेदारी है. तमिलनाडु कैडर के 1987 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी सोमनाथन ने अप्रैल, 2015 से अगस्त, 2017 तक प्रधानमंत्री कार्यालय में काम किया था. वह पीएम मोदी के करीबी हैं. वित्त सचिव इकोनॉमिक्स में पीएचडी हैं. अर्थशास्त्र पर उनके 80 से अधिक पेपर्स और लेख प्रकाशित हो चुके हैं. साथ ही उन्होंने दो किताबें भी लिखी हैं. उन्होंने वर्ल्ड बैंक के डायरेक्टर के पद पर भी काम किया है.

अजय सेठ : कर्नाटक कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी अजय सेठ (Ajay Seth) वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव हैं. पिछले साल भारत की अध्यक्षता में हुई जी20 (G20) बैठक के दौरान वह चर्चाओं में आए थे. सेठ ने भारत के पहले सॉवरेन ग्रीन बांड जारी करने और इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस सचिवालय के निर्माण की पहल भी की थी.

तुहिन कांता पांडे : निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) में सचिव तुहिन कांता पांडे (Tuhin Kanta Pandey) को एयर इंडिया (Air India) के प्राइवेटाइजेशन और एलआईसी (LIC) के आईपीओ में निभाई भूमिका के लिए जाना जाता है. पांडे ओडिशा कैडर के 1987 बैच के अधिकारी हैं.

संजय मल्होत्रा : राजस्थान कैडर के 1990 बैच के अधिकारी संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) फिलहाल राजस्व सचिव हैं. इससे पहले वह वित्तीय सेवा विभाग के प्रमुख थे. बजट प्रक्रिया में मल्होत्रा ​​टैक्स रेवेन्यू बढ़ाने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. साथ ही उन पर वित्त मंत्री सीतारमण के बजट भाषण के भाग बी का मसौदा तैयार करने की जिम्मेदारी भी है.

विवेक जोशी : विवेक जोशी (Vivek Joshi) बजट पर वित्त मंत्री के सलाहकारों के समूह में सबसे नए सदस्य में गिने जाते हैं. वह नवंबर, 2022 में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव के रूप में वित्त मंत्रालय में शामिल हुए. हरियाणा कैडर के 1989 बैच के अधिकारी जोशी ने जिनेवा यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है. विवेक जोशी पहले भारत के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना कमिश्नर थे. बैंक, वित्तीय संस्थान, इंश्योरेंस कंपनियां और नेशनल पेंशन सिस्टम जैसे सेक्टर जोशी की जिम्मेदारी होंगे.

वी अनंत नागेश्वरन : वी अनंत नागेश्वरन (V Anantha Nageswaran) भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार हैं. उन्हें एक लेखक और शिक्षक के तौर पर भी जाना जाता है. वह अर्थव्यवस्था के मसले पर सीतारमण के सबसे करीबी सलाहकारों में से एक हैं. वह ग्लोबल उठापटक का भारतीय इकोनॉमी पर पड़ने वाले प्रभावों की देखरेख भी करते हैं. उन्होंने अजय सेठ के साथ G20 बैठक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. नागेश्वरन ने आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया है. साथ ही इसेनबर्ग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, यूमास एमहर्स्ट से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है. हालांकि, मुख्य आर्थिक सलाहकार बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण भी जारी करते हैं. मगर, अंतरिम बजट होने के चलते इस बार ऐसा नहीं होगा.

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