बेमौसम बारिश से हजारों कुंटल गेहूं भीगा

  • बचाव के नहीं थे इंतजाम
  • मंडी में किसानों ने त्रिपाल से बचाई उपज, मौसम मैं घुली ठंडक

सिरोंज। पहले से ही मौसम विभाग के द्वारा मौसम खराब होने की चेतावनी जाहिर थी इसके बाद भी खाद आपूर्ति विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से लेकर समर्थन मूल्य केंद्र प्रभारियों के द्वारा पानी से फसलों को बचाने के इंतजाम नहीं किए। इसकी वजह से समर्थन मूल्य पर खरीदी गई फसल को बचाने के लिए पहले से तिरपाल आदि की व्यवस्था की गई होती एवं वैसे ही अधिकांश वेहर हाउस पर समर्थन मूल्य पर खरीदारी का कार्य किया जा रहा है । सुबह से मौसम में बदलाव हो रहा था इसके बाद भी जिम्मेदारों ने फसलों को पानी से बचाने के लिए व्यवस्था नहीं की केंद्रों पर अनाज गीली होने से सरकार को हजारों रुपए का नुकसान भी होगा। मौसम खराब होने पर ह फसलो को वेयरहाउस के अंदर रखवा दिया होता तो इतनी बड़ी मात्रा में फसल खरीदी हुई खराब नहीं होती लगभग तीन हजार करीब कुंटल अनाज इन समर्थन मूल्य केंद्रों पर खुले आसमान के नीचे रखा होने के कारण गीला हो गया। सरकार के द्वारा विकासखंड में 19 केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं , चना, सरसों, मसूर आदि की खरीदने करवाई जा रही है इन केंद्रों पर अचानक हुई बारिश के कारण हजारों कुंटल अनाज पानी की वजह से गीला हो गया दोपहर के बाद मौसम में हुए बदलाव के साथ आसमान पर काली घटाओं ने डेरा जमा लिया देखते ही देखते तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर शुरू हो 2 घंटे तक हल्की एवं झमाझम बारिश होने से गेहूं पानी में तैरता हुआ दिखाई दिया बारिश के बाद एसडीएम ने जिन जिन केंद्रों पर उपज गीली हुई है उसकी जानकारी एकत्रित करने की बात की है उन्होंने कहा कि अचानक पानी गिरने के कारण समर्थन मूल केंद्रों पर अनाज गीला हो गया है। उसकी रिपोर्ट ली जा रही है किन-किन केंद्रों पर कितना बारिश होने से अनाज गील हुआ हर केंद्र पर अभी खरीदारी का कार्य चल रहा जिसके कारण सभी केंद्रों पर गेहूं आदि फसल खुले में ही रखी हुई है। हर साल इसी तरह की लापरवाही समर्थन मूल्य केंद्र पर देखने को मिलती है मौसम खराब होने पर उससे फसलों को बचाने के लिए किसी भी तरह का इंतजाम नहीं किया जाता है। जबकि सभी समर्थन मूल्य केंद्र प्रभारियों को जानकारी होती है कि मौसम में बदलाव लगातार हो रहा है बारिश भी हो रही है ।इसके बाद भी रहते कदम नहीं उठाए जाते हैं। नुकसान या बारिश होने के बाद ही व्यवस्थाएं करने की याद आती है।

मंडी में भी किसान हुए परेशान
मंडी में सीजन की जोरदार आवक होने के कारण नीलामी क्षेत्र से लेकर व्यापारियों के तौल कांटों पर फसलों को तुलवाने के लिए किसानों की ट्रैक्टर ट्राली ट्रैक्टर ट्राली नजर आ रही हैं। जाम के कारण भी वाहन चालकों को दो-चार होना पड़ रहा है । बुधवार को मौसम खराब होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को झेलनी पड़ी अचानक बारिश आने से किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए बाजार से तिरपाल खरीदनी पड़ी सुबह से ही मौसम खराब हो रहा था इसकी वजह से बाजार में पन्नी की मांग बढ़ते ही कई दुकानदारों ने महंगे दामों पर किसानों को पन्नी दी मजबूरी में किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए अधिक दामों पर लेनी पड़ी इसके उपरांत ट्रॉली में लगाकर फसल को बारिश से गीला होने से बचाया बारिश थमने के बाद फसल तुलाई का कार्य व्यापारियों के तोल कांटों पर हुआ देर रात तक तुलाई होती रही। पानी के कारण डाक नीलामी का काम भी प्रभावित हुआ इस वजह से व्यापारियों ने देर शाम तक नीलामी करते हुए किसानों की उपज खरीदी ।

इनका कहना है
सभी केंद्रों पर खरीदी के बाद अनाज खुले में रखा हुआ था अचानक बारिश होने के कारण गीला हो गया है। सभी केंद्रों से जानकारी ले रहे हैं आंकड़ा तभी सामने आएगा।
बृजेश सक्सेना एसडीएम

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