भाजपा के 100 सांसदों के टिकट कटना तय, PM मोदी और शाह-नड्डा के बीच देर रात तक चला मंथन

नई दिल्‍ली (New Dehli)। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections)के लिए उम्मीदवार तय करने के लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व (BJP’s central leadership)ने गुरुवार देर रात तक मंथन किया। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक (Central Election Committee meeting)रात लगभग 11 बजे शुरू हुई। इसके पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके आवास पर लंबी बैठक की। पार्टी एक-दो दिन में उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है।

लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवार तय करने के लिए भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की यह पहली बैठक थी। इसके लिए विभिन्न राज्यों के नेता शाम से ही भाजपा मुख्यालय पहुंचना शुरू हो गए थे। इनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आदि शामिल थे।

कोर ग्रुप के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने बीते दिनों विभिन्न राज्यों के कोर ग्रुप के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें कर उम्मीदवारों को लेकर चर्चा की थी। इसमें लगभग हर सीट पर पैनल थे। बाद में केंद्रीय नेताओं ने पैनल छोटे करने को कहा था। अब जबकि विभिन्न राज्यों की सूची को लेकर भाजपा नेतृत्व को केंद्रीय चुनाव समिति के सामने जाना है तो उसने हर सीट पर प्रधानमंत्री के साथ अलग से चर्चा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस बैठक में जेपी नड्डा और अमित शाह मौजूद रहे। यही वजह है कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शरू होने में काफी देरी हुई।

तीस फीसदी सांसदों को बदले जाने की संभावना

सूत्रों का कहना है कि पहली सूची में लगभग 200 उम्मीदवार हो सकते हैं। इनमें अधिकांश सीटें वे होंगी जिन पर भाजपा पिछली बार हार गई थी। इसके अलावा, पार्टी पहली सूची में अपने बड़े नेताओं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह एवं रक्षा मत्री राजनाथ सिंह के नाम भी घोषित कर सकती है। लगभग तीस फीसदी सांसदों को बदले जाने की संभावना है। कुछ विधायकों को भी भाजपा नेतृत्व टिकट दे सकता है।

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